नई दिल्ली: भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) में अपने मेट्रो शहरों के उपभोक्ताओं के लिए सराहनीय कदम उठाया है। बैंक ने न्यूनतम मासिक बैलेंस की रकम घटाकर तीन हजार रुपए कर दी है। यह रकम पहले पांच हजार रुपए हुआ करती थी। एसबीआई के मुताबिक, उसने मेट्रो और शहरी केंद्रों में एक ही श्रेणी में रखने का फैसला किया है। मेट्रो शहरों में मासिक औसत बैलेंस (एमएबी) को घटाकर तीन हजार रुपए कर दिया गया है। न्यूनतम बैलेंस न रख पाने पर शुल्क भी 20 फीसद से लेकर 50 फीसद तक संशोधित किए गए हैं।

अर्ध शहरी (सेमी-अरबन) और ग्रामीण केंद्रों की श्रेणी में यह 20 रुपए से लेकर 40 रुपए रहेंगे। जबकि शहरी और मेट्रो केंद्रों पर यह रकम 30 रुपए से लेकर 50 रुपए रहेगी। बैंक की ओर से किए गए ये संशोधन अक्तूबर 2017 से प्रभाव में आएंगे।
वहीं, पेंशन के लाभार्थियों, सरकार की ओर से सामाजिक तौर पर फायदा पाने वालों और नाबालिगों के मेट्रो शहरों में खातों पर यह संशोधित न्यूनतम मासिक बैलेंस की रकम रखने की कोई तय सीमा नहीं है। उन्हें अपने खातों में कितनी भी रकम रखने की छूट होगी।