कोलकाता : पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी को बड़ा झटका लगा है। तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सांसद और पार्टी के कद्दावर नेता मुकुल रॉय ने पार्टी छोड़ दी है। मुकुल रॉय यूपीए सरकार के दौरान केन्द्र में रेल मंत्री रह चुके हैं। उनकी गिनती टीएमसी के बड़े नेताओं में होती थी। लेकिन माना जा रहा है कि पिछले कुछ दिनों से वे पार्टी नेतृत्व से नाराज चल रहे थे। मुकुल रॉय ने कहा कि दुर्गा पूजा के बाद वे औपचारिक रूप से पार्टी छोड़ देंगे। सोमवार (25 अगस्त) को मुकुल राय ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘भारी मन से मैं ये ऐलान कर रहा हूं कि मैं तृणमूल कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता और राज्यसभा सांसद पद को छोड़ दूंगा, दुर्गा पूजा के बाद मैं औपचारिक रूप से इस्तीफा दे दूंगा।’ जब पत्रकारों ने उनसे इस्तीफे की वजह और आगे की रणनीति के बारे में जानना चाहा तो उन्होंने कहा कि 5 दिन के बाद मैं सब कुछ खुलासा करूंगा। इधर कुछ दिनों से चर्चाएं चल रही थी कि मुकुल रॉय बीजेपी से संपर्क में हैं और भारतीय जनता पार्टी ज्वाइन कर सकते हैं।

बता दें कि पश्चिम बंगाल में मुकुल रॉय अबतक सीएम ममता बनर्जी के राइट हैंड माने जाते थे। शनिवार को पश्चिम बंगाल बीजेपी के अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा था कि मुकुल रॉय बीजेपी नेतृत्व के बड़े नेताओं से संपर्क में हैं। लेकिन उन्होंने ये नहीं कहा था कि वे बीजेपी में शामिल होंगे या नहीं। न्यूज 18 की रिपोर्ट के मुताबिक दिलीप घोष ने कहा था, ‘रॉय बड़े नेता है, मैं नहीं जानता हूं कि वे बीजेपी ज्वाइन करेंगे या नहीं, लेकिन वे दिल्ली में हमारे नेताओं से संपर्क में हैं। टीएमसी आलाकमान के साथ इन दिनों मुकुल रॉय के रिश्ते अच्छे नहीं चल रहे हैं। जब 19 सितंबर को टीएमसी की पत्रिका ‘जय बंगला’ का दुर्गा पूजा संस्करण जारी किया जा रहा था तो वे इस कार्यक्रम में मौजूद नहीं थे। टीएमसी ने हाल ही में कहा था कि पार्टी उनकी सभी गतिविधियों पर निगाह रखे हुए है। टीएमसी ने अभी कुछ ही दिन पहले पार्टी में पुनर्गठन के बहाने उन्हें उपाध्यक्ष पद से हटा दिया था। इससे पहले मुकुल रॉय को पार्टी के त्रिपुरा प्रभारी पद से हटा दिया गया था। त्रिपुरा में टीएमसी अपनी पकड़ मजबूत करती जा रही थी। तभी कुछ दिन पहले त्रिपुरा के कुछ विधायकों ने बीजेपी का दामन थाम लिया था।