नई दिल्ली: दुष्कर्म के केस में फंसे अलवर के कौशलेन्द्र प्रपन्नाचार्य फलहारी बाबा को लेकर एक के बाद एक नए खुलासे हो रहे हैं. पुलिस सूत्रों के अनुसार बाबा का पोटेंसी टेस्ट पॉजिटिव आया है. इससे बाबा द्वारा किए गए नपुसंक होने का दावा झूठा साबित हो गया है. शुरुआती पूछताछ में बाबा ने दावा किया था कि जड़ी बूटियां खाने की वजह से वो नामर्द हो चुके हैं.
इससे पहले बाबा ने इलाज के बहाने बीमार होने का नाटक किया था, जिसका पर्दाफाश राजीव गांधी सामान्य चिकित्सालय के 5 डाक्टरों की टीम ने किया और मेडिकल में उसको पूरी तरह से फिट पाया गया.

आपको बता दें कि पुलिस को दिए बयान में बाबा ने कहा था कि मैं नपुंसक हूं. बाबा ने दावा किया था कि वह जड़ी- बूटी के सेवन से नपुंसक हुआ है और एक बार दवा लेने के बाद उसका असर छह महीने तक रहता है. यानी छह महीने तक वह किसी से सेक्स नहीं कर सकता है.

गौरतलब है कि फलाहारी बाबा के खिलाफ 11 सितम्बर को बिलासपुर की एक 21 वर्षीय पीड़िता ने बिलासपुर के महिला थाने में दुष्कर्म की जीरो एफआईआर दर्ज करवाई थी. इसके बाद वहां की पुलिस ने एफआईआर अलवर भेज दी थी.

अलवर पुलिस ने 20 सितंबर को अलवर के अरावली विहार थाने में दुष्कर्म की एफआईआर दर्ज की थी. इस मामले में 23 सितंबर को बाबा को गिरफ्तार किया गया और बाबा को एसीजेएम कोर्ट नम्बर 3 में पेश किया गया, जहां उसको 6 अक्टूबर तक के लिए जेल भेज दिया गया.

बाबा फिलहाल अलवर की केंद्रीय कारागाह में 15 दिन की न्यायिक अभिरक्षा में भेजा जा चुका है. वह जेल में खाना नहीं खा रहा है. बाबा ने अभी तक जेल में केवल दो केले खाए हैं.