संयुक्त राष्ट्र: विदेश मंत्री सुषमा स्वराज संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि दुनिया में आतंकवाद आग की तरह फैल रही है। सुषमा ने कहा कि दुनिया में इस वक्त बड़ी आबादी अलग-अलग वजहों से पलायन कर रही है। गरीबी से निपटने के लिए भारत सरकार के उठाये गये कदमों का जिक्र करते हुए सुषमा स्वराज ने जनधन योजना, मुद्रा योजना और उज्ज्वला योजना की चर्चा की। सुषमा स्वराज ने कहा कि भारत ने 30 करोड़ लोगों के जीरो बैलेंस पर खाते खोले। ये आबादी अमेरिका की आबादी के बराबर है। सुषमा स्वराज ने गरीबी उन्मूलन के लिए भारत की कोशिशों का जिक्र करते हुए मुद्रा योजना का हवाला दिया। सुषमा ने कहा कि इस योजना के तहत पूंजी की कमी झेल रहे युवाओं को रोजगार के लिए सरकार मदद देती है। सुषमा ने उज्ज्वला योजना का जिक्र कर कहा कि इस योजना के जरिये महिलाओं को मुफ्त में रसोई गैस का कनेक्शन दिया जाता है।

सुषमा ने आगे कहा कि सभापति महोदय हमलोग तो गरीबी से लड़ रहे हैं लेकिन हमारा एक पड़ोसी है जो हमसे लड़ रहा है। सुषमा ने पाकिस्तान को जमकर लताड़ लगाई। उन्होंने कहा कि इसी मंच पर पाकिस्तान के पीएम जनाब अब्बासी ने भारत पर मानवाधिकार उल्लंघन के आरोप लगाये। सुषमा ने कहा कि वैसा देश हमें मानवाधिकार पर लेक्चर दे रहा है जो सालों तक आतंकवादियों को पनाह देता रहा है। सुषमा ने कहा कि हैवानियत की हदें पार करने वाला देश में भाषण ना सुनाएं। सुषमा ने कहा कि भारत ने आजादी के बाद IIT, IIM, AIIMS, ISRO जैसे अंतर्राष्ट्रीय संस्थान बनाए। जबकि पाकिस्तान ने लश्कर ए तैयबा, जैश ए मोहम्मद जैसे आतंकी संगठन बनाए। सुषमा स्वराज ने कहा कि आज पाकिस्तान के हुक्मरानों को मिलकर ये सोचने की जरूरत है कि दोनों देश एक साथ बनें लेकिन भारत को लोग आईटी हब के रुप में जानते हैं कि जबकि पाकिस्तान दुनिया में आतंक का पनाहगाह माना जाता है।