कानपूर: अंग्रेजी शान की भाषा है जिसे अंग्रेजी नहीं आती वो छात्र बेकार है, उसे अपनी सर्टिफिकेट फाड़कर फेंक देनी चाहिए।” ये कहना है उत्तरप्रदेश के कैबिनेट मंत्री एसपी बघेल का । कानपुर के शिवली इलाके में आयोजित किसान कल्याण सम्मलेन में आए उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री एसपी बघेल ने किसानों को ये सलाह दी है ।

किसानों को सर्टिफिकेट बांटते हुए मंत्री ने कहाकि ”केवल पारम्परिक खेती करने से किसी भी किसान की आय दोगनी नहीं होगी। अगर अपने बच्चो को उच्च शिक्षा दिलाना चाहते है तो सबसे पहले उनका अंग्रेजी मजबूत कीजिए। वर्त्तमान में अंग्रेजी शान की भाषा है जिसे अंग्रेजी नहीं आती वो छात्र बेकार है, उसे अपनी सर्टिफिकेट फाड़कर फेंक देने चाहिए।”

मंत्री जी यहीं नहीं रुके, उन्होंने कहाकि ”मैं हिंदुस्तान के पहले शिक्षा मंत्री और पहले शिक्षा सचिव कि गंभीर आलोचना करता हूं। आजादी के बाद जो पहला बैच निकला था क्या उसमें जनरल नॉलेज और अंग्रेजी का पेपर नहीं रखा गया था, अनिवार्य था । फिर हमको अंग्रेजी से वंचित क्यों किया गया, देहात को अंग्रेजी से वंचित क्यों किया गया।”

एसपी बघेल ने कहाकि ”ये शिक्षा मंत्री, शिक्षा सचिव और शिक्षा शास्त्री कौन थे जिन्होंने पूरे देहात को बर्बाद कर दिया । जब मैं 11 साल की उम्र में कक्षा 6 में गया तब अंग्रेजी से पहली मुलाक़ात हुई। कक्षा 8 में मैंने गाय पर निबंध अंग्रेजी में याद किया था, जिसमे मुझे गोबर, कंडे, बैल, की अंग्रेजी नहीं पता थी।”

किसानों से बोलते हुए मंत्री कहते हैं कि ”अंग्रेजी को मैं इसलिए रेकमंड कर रहा हूं क्योकि अंग्रेजी रुतबे की भाषा है, अंग्रेजी शान की भाषा है। आपकी शक्ल ठीक है, टाई कोट लगाकर अगर आप फर्राटेदार अंग्रेजी बोलते हो तो आपको 50 हज़ार की नौकरी आसानी से मिल जाएगी।”
उन्होंने कहाकि ‘आज के जमाने में जो अँग्रेजी नही जानता, जो कंप्यूटर नहीं जानता वो बेकार है । उसे अपने सर्टिफिकेट मे आग लगा देनी चाहिए क्योंकि उसे नौकरी मिलने वाली नहीं है”