पटना: बिहार में एक बार फिर से बांध में गड़बड़ी को लेकर सरकार घिर गई है. राज्य के भागलपुर जिले के कहल गांव में उद्घाटन के ठीक पहले लगभग 400 करोड़ रुपए की लागत से बना बांध बह गया. इस बांध के उद्घाटन के लिए सीएम नीतीश को खुद भागलपुर जाना था लेकिन बांध टूटते ही उनका दौरा रद्द करना पड़ा.

बांध के टूटने के साथ ही बहुप्रतीक्षित बटेश्वर गंगा पंप नहर परियोजना के ऊपर एक बार फिर ग्रहण लग गया. नीतीश कुमार इस परियोजना का बुधवार को उद्घाटन करने वाले थे.

उद्घाटन से पहले ट्रायल के के लिए परियोजना के तहत बने नहरों में पानी छोड़ा गया, लेकिन एनटीपीसी आवासीय परिसर से होकर गुजरने वाले नहर का बांध अचानक टूट गया. बांध के टूटने से एनटीपीसी आवासीय परिसर के विभिन्न कॉलोनियों में नहर का पानी फैल गया.

जानकारी के मुताबिक लगभग 40 साल बाद इस बांध का सपना पूरा हुआ था. नहर कहलगांव के एनटीपीसी मुरकटिया के पास टूटा है. सूत्रों के मुताबिक, सोमवार को भी ट्रायल के लिए जब नहर में पानी छोड़ा गया था तो कई जगह पर बांध में लीकेज देखने को मिला.

इस परियोजना से बिहार के भागलपुर और झारखंड के गोड्डा जिले के 22658 हेक्टेयर ज़मीन की सिंचाई प्रस्तावित थी. इस योजना की कुल लागत अब क़रीब 828 करोड़ हो गई है

इस बांध के टूटने के कारण उद्घाटन कार्यक्रम को टाल दिया गया है. घटना की सूचना मिलते ही प्रशासन के साथ-साथ सिंचाई विभाग के प्रधान सचिव, जिलाधिकारी और अधीक्षण अभियंता घटना स्थल पर पहुंचे.