म्यांमार के सेना प्रमुख ने मौजूदा संकट का आरोप रोहिंग्या लोगों पर लगाया है, उन्होंने रोहिंग्या मुस्लिम को म्यांमार का जातीय समूह मानने से इंकार कर दिया है। वहीं उन्होंने यह भी कहा है कि रोहिंग्या मुसलमानों का म्यांमार से कोई संबंध नहीं है।

फौजी जनरल ने अपने बयान में कहा है कि रोहिंग्या मुसलमानों का मेरे देश से कोई संबंध नहीं है, जनरल ने अपने लेख में यह भी खुलासा किया कि रोहिंग्या मयांमार में पहचान बनाने के फिराक में है, जो मुमकिन नहीं है क्योंकि यह लोग कभी भी इस देश के जातीय समूह नहीं रहे हैं। उन्होंने इस बयान में रोहिंग्या मुसलमानों को बंगाली भी बताया।

पर्यवेक्षकों के मुताबिक इस बयान में म्यांमार की सेना के प्रमुख ने वही रुख बयान किया है जो इस देश की बहुसंख्यक बौद्ध आबादी और बौद्ध भिक्षुओं का है। ये हल्के रोहिंग्या मुस्लिम को ‘बंगाली’ कहते हैं दक्षिण एशिया में रोहिंग्या मुस्लिम की पलायन ने एक वैश्विक विवाद को जन्म दिया है।