लखनऊ: यूपी की योगी सरकार ने किसानों की कर्ज़माफी के नाम पर भद्दा मज़ाक किया है। सूबे के अलग-अलग ज़िलों में कर्ज़माफी के नाम पर किसी किसान का 9 पैसे तो किसी का 40 पैसे कर्ज माफ किया गया है।
सोमवार को राज्यमंत्री मनोहर लाल ने 5 हजार किसानों ऋण माफी के पत्र बांटे, इनमें 45 किसानों को मंच पर बुलाकर पत्र दिए गए। इनमें से किसी को 10 तो किसी को 250 रुपए कर्ज माफी का सर्ट‍िफिकेट मिला।

इटावा के एक किसान जिस पर करीब एक लाख रुपये का कर्ज है उसका सिर्फ 3 रुपए ही माफ किए गया है। इतना ही नहीं इनमें किसी किसान का 9 पैसे तो किसी का 84 पैसे तो किसी का 250 रुपए कर्ज माफ करने का सर्ट‍िफिकेट दिया गया।

खबरों के मुताबिक, जब किसानों ने मंत्री से इसकी शिकायत की तो उनका कहना था कि सर्ट‍िफिकेट में कुछ मिसप्रिंट हो गया होगा, जांच करवाई जाएगी। वहीं किसानों का कहना है कि ये गरीबी का मजाक उड़ाया गया है।

बता दें कि यूपी 2017 विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान बीजेपी ने वादा किया था कि अगर राज्य में उनकी सरकार बनती है तो वे किसानों का कर्ज माफ करेंगे। जिसके तहत योगी सरकार ने यूपी के किसानों के कर्ज माफी के लिए 36 हजार 359 करोड़ रुपए की व्यवस्था की है। लेकिन यह पैसे किसानों को मिलते नज़र नहीं आ रहे।

बुंदेलखंड के बड़े किसान नेता शिवनारायन परिहार कहते हैं कि कर्ज़माफी के नाम पर सरकार ने किसानों को ठगा है। सिर्फ कर्ज़माफी के तहत आने वाले किसानों की संख्या बढ़ाने के लिए उन्हें चुनावी झुनझुना पकड़ा दिया गया है।