भोपाल: अब गायों का भी आधार कार्ड बनाया जाएगा. इसमें गायों की पूरी डिटेल के साथ-साथ उनकी लोकेशन की जानकारी भी होगी. मध्य प्रदेश के चार जिलों से सरकार यह योजना पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू करने जा रही है. पशुपालन विभाग जल्द ही इसके लिए अधिकारियों और कर्मचारियों को प्रशिक्षण भी देने वाला है.

जानकारी के अनुसार, मध्य प्रदेश के धार, खरगोन, शाजापुर और आगर मालवा जिले में सरकार गायों का आधार कार्ड बनाने की योजना को पायलेट प्रोजेक्ट के रुप में जल्द शुरू करने जा रही है. इस योजना के तहत प्रत्येक गाय को एक यूनिक आईडेन्टिफिकेशन कोड दिया जाएगा, जिससे उसकी पहचान होगी.

साथ ही गाय का मालिक कौन है, वह कितना दूध देती है, इस प्रकार की तमाम जानकारी के साथ ही गाय की लोकेशन भी इससे मिल सकेगी. इसके लिए गाय के गले या कान में एक विशेष प्रकार की रेडियो फ्रिक्वेन्सी आईडी चिप लगाई जाएगी, जिसमें उसकी संपूर्ण जानकारी रहेगी. यह जानकारी एक क्लिक पर मिल सकेगी.

धार में पशुपालन मंत्री अंतर सिंह आर्य ने इस योजना की जानकारी देते हुए इसे गायों के लिए अच्छी पहल बताया. उन्होंने कहा कि इससे गायों की लोकेशन के साथ ही उनके बारे में संपूर्ण जानकारी मिल सकेगी. उन्होंने बताया कि हम इस योजना पर कार्य कर रहे हैं और जल्द ही इसे लागू कर दिया जाएगा. वहीं पशुपालन विभाग के उपसंचालक डॉ.अशोक बरेठिया का कहना है कि इस योजना से गायों के अवैध परिवहन और तस्करी पर भी लगाम लगाई जा सकेगी.