पटना: बिहार के चर्चित सृजन एनजीओ घोटाले में अब तक 10 एफआईआर दर्ज हो चुकी है। इसके साथ ही गबन का आंकड़ा 884 करोड़ रुपए तक पहुंच चुका है। साथ ही बैंक ऑफ बड़ौदा के भागलपुर शाखा के मैनेजर रैंक के सेकंड मैन अतुल कुमार समेत कुल 12 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। जेल भेजने के पहले पुलिस की एसआईटी और आर्थिक अपराध शाखा की टीम ने इनलोगों से गहन पूछताछ की। ताजा जानकारी के मुताबिक सुपौल के सहकारिता अधिकारी पंकज कुमार झा समेत भागलपुर के सुभाष कुमार और बांका के सहकारिता अधिकारी संजय मंडल को भी हिरासत में लिया गया है लेकिन नीतीश सरकार ने इस बीच सबको आश्चर्य में डालते हुए इस घोटाले की जांच कर रहे आईएएस अधिकारी अमित कुमार का तबादला कर दिया है।
अमित कुमार को लखीसराय का जिलाधिकारी बनाया है। ये अब तक भागलपुर के उप विकास आयुक्त के पद पर पदस्थापित थे। हालांकि, इन्हें पदोन्नति देकर तबादला किया जा रहा है। भू-अर्जन विभाग के 74 करोड़ रूपए का चेक बाउंस होने से पहले नजारत का 10 करोड़ 26 लाख का चेक बैरंग लौटते ही जिला पदाधिकारी आदेश तितिरमारे ने उप विकास आयुक्त अमित कुमार से ही जांच कराई थी। इनकी जांच से ही परत दर परत घोटाले के भेद खुले। बहरहाल, इनके तबादले से लोगों के बीच गलत संदेश जा रहा है।