रायपुर: जहां एक तरफ बिहार में गौरक्षकों द्वारा बीफ खाने के आरोप में एक मुस्लिम परिवार को पीटा जा रहा था, वहीं दूसरी तरफ बीजेपी नेता की गौशाला में दिन प्रतिदिन गाय दम तोड़ रही थीं। बीजेपी नेता की इस गौशाला में दो दिनों में अच्छी देखभाल न होने और भुखमरी के कारण अब तक 150 गायों की मौत हो चुकी है। यह मामला छत्तीसगढ़ के रायपुर जिले का है। यह मामला प्रशासन के सामने उस समय आया जब स्थानीय ग्रामीणों ने प्रशासन को गायों की मौत की जानकारी दी। धामदा ब्लॉक के सब-डिविज़नल मजिस्ट्रेट राजेश पात्रे बीजेपी नेता हरीश वर्मा की गौशाला में पहुंचे, जहां पर उन्होंने गायो की मौत की पुष्टि की।

इस मामले पर जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि गायों की मौत खाना न मिल पाने और अच्छी देखभान न होने के कारण हुई है। न्यू इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार उन्होंने कहा कि पशुपालन के डिप्टी डायरेक्टर के नेतृत्व में चार सदस्यों की एक टीम का गठन किया गया है, जो कि गायों का पोस्टमार्टम कराकर उनकी मौत के पीछे के कारणों का पता लगाएगी। इससे पहले इतनी बड़ी तादाद में कांकेर में गायों की मौत हुई थी। बीजेपी नेता की गौशाला में हुई इन गाय की मौत के बाद सियासत शुरु हो गई है।

वैसे तो भारतीय जनता पार्टी गाय की रक्षा का ढिंढोरा पिटती रहती है, वहीं ऐसे में पार्टी के एक नेता की गौशाला में गायों की मौत के बाद बीजेपी पर सवाल खड़े होते हैं। बीजेपी खुद गाय की रक्षा नहीं कर पा रही है लेकिन अपने हर भाषण में उनका कोई न कोई नेता गाय की रक्षा को लेकर बयान देता हुआ नजर आता है। इस साल गौरक्षा द्वारा कई लोगों के साथ मारपीट की जा चुकी है। इस हिंसा कई लोगों को अपनी जान भी गंवानी पड़ी है जिनमें ज्यादातर मुस्लिम समुदाय के लोग थे। पिछले आठ सालों में गाय के नाम पर हुई हिंसाओं में 86 प्रतिशत मुस्लिम लोग इसका शिकार हुए हैं।