गोरखपुर: गोरखपुर मेडिकल कॉलेज में दो दिनों में 30 बच्‍चों की मौत के बाद हालात का जायजा लेने आए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घोषणा करते हुए कहा कि बच्चों की मौत के मामले की गहन जांच कराई जाएगी. उन्‍होंने कहा कि इस मामले में केंद्र सरकार हमारी हर संभव मदद कर रही है. उन्‍होंने कहा कि इस हादसे की जांच के लिए चीफ सेक्रेटरी की अध्यक्षता में एक समिति बनाई गई है. रिपोर्ट के आने के बाद दोषियों के खिलाफ सख्‍त कार्रवाई की जाएगी. दोषियों को ऐसी सजा मिलेगी जोकि मिसाल बनेगी.

इसके साथ ही गोरखपुर समेत तराई इलाकों में इंसेफ्लाइटिस की समस्‍या पर बोलते हुए कहा कि इसकी वजह से अब तक कई बच्‍चों की जानें गई हैं. हम इसके खिलाफ शुरू से लड़ाई लड़ रहे हैं. प्रदेश के 90 लाख बच्चों को वैक्सीन देकर इनसेफ्लाइटिस के खिलाफ लड़ाई का आगाज किया है. इस लिहाज से इस पीड़ा के बारे में मुझसे ज्‍यादा कोई नहीं जान सकता. इन वजहों से ही पीएम नरेंद्र मोदी ने गोरखपुर को एम्‍स जैसा संस्‍थान दिया है. वह इस घटना के बाद यहां के हालात को लेकर चिंतित है. अपने आज के दौरे के बारे में कहा कि मैं आज चौथी बार बीआरडी अस्पताल पहुंचा हूं.

उन्‍होंने कहा कि मुझसे ज्यादा कोई इस समस्या को नहीं समझ सकता है. पत्रकारों को संबोधित करते हुए सीएम ने कहा, मैं चाहता हूं कि आप इलाके के सरकारी अस्पतालों में जाएं और देखें कि इनसेफ्लाइटिस से लड़ने के लिए सरकार क्या कर रही है. इस बारे में क्या इंतजाम किए गए हैं.

गुलाम नबी आजाद के नेतृत्‍व में कांग्रेस के एक डेलीगेशन ने शनिवार को अस्‍पताल का दौरा किया था. उसके बाद आजाद ने कहा था कि इस हादसे में लापरवाही के लिए यूपी सरकार जिम्‍मेदार है. उसके बाद रविवार को प्रदेश कांग्रेस अध्‍यक्ष राज बब्‍बर ने आरोप लगाते हुए कहा कि यूपी की योगी सरकार, हत्‍यारी सरकार है. कांग्रेस नेता ने मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ के इस्‍तीफे की भी मांग की थी. इसका जवाब देते हुए योगी आदित्‍यनाथ ने कहा कि कांग्रेस की संवेदना मर चुकी है.