लखनऊ: बहराइच के रुपईडीहा से बरामद डायनामाइट जांच में मोमबत्ती निकली। फिलहाल इस पूरे मामले को हल करने में लगी एटीएस इस खोजबीन में भी लग गई है कि यह किसकी शरारत है।

एडीजी लॉ एंड आर्डर/एटीएस आनंद कुमार की तरफ से शुक्रवार को यह जानकारी मीडिया को दी गई। बताया गया कि श्री कुमार निर्देश पर एटीएस के एडीएसपी दिनेश यादव टीम के साथ रुपईडीहा गए और मामले की जांच की। एटीएस टीम ने बीडीडीएस टीम के सहयोग से उसका गहराई से परीक्षण किया तो पाया कि बरामद वस्तु मोमबत्तियां हैं। एटीएस का कहना है कि इंटरनेट पर सर्च करने पर पाया गया कि ऐसी मोमबत्तियां बाज़ार में उपलब्ध हैं, जिन पर डायनामाइट लिखा होता है।

ध्यान रहे भारत-नेपाल की सरहद पर गुरुवार रात आरएसएस के सह कार्यवाह के मकान के पास संदिग्ध वाहन सवारों की ओर से झाड़ियों में फेंके गए कथित डाइनामाइट की छड़ों की बरामदगी के बाद सनसनी फैल गई थी। इसको निष्क्रिय करने के लिए गुरुवार रात दो बजे फैजाबाद से बम डिस्पोजल स्क्वायड भी मौके पर पहुंच गया था। शुक्रवार सुबह यूपी एटीएस की टीम ने भी यहां पहुंच कर छानबीन शुरू कर दी। यह कथित डायनामाइट रुपईडीहा थाने के बाबागंज कस्बे में हाजी यूसुफ महाविद्यालय जाने वाले रास्ते पर आरएसएस के सहकार्यवाह आनंद पाठक के आवास के पास झाड़ियों में सफेद कार पर सवार कुछ लोगों द्वारा फेंकने की बात सामने आई थी। किसी प्रत्यक्षदर्शी ने इसकी सूचना यूपी डायल 100 को दी। सूचना मिलते ही प्रशासन हरकत में आ गया था।