'ब्लू व्हेल चैलेंज' गेम ने दुनियाभर में तहलका मचाया हुआ है. यह गेम बच्चों को आत्महत्या के लिए उकसा रहा है. इसे खेलने वाले किशोर जीत के लिए मौत को गले लगा रहे हैं. रूस, अमेरिका और यूरोप में पुलिस ने इस 'सुसाइड गेम' को लेकर वार्निंग जारी की है. अभिभावकों को बच्चों पर नजर रखने की नसीहत दी जा रही है. सोशल मीडिया के जरिए जागरुकता फैलाई जा रही है.

अकेले रूस में ही 'ब्लू व्हेल चैलेंज' गेम ने 130 किशोरों का जीवन लील लिया है. इन्वेस्टिगेटिव न्यूजपेपर 'नोवा गाज़ेटा' के मुताबिक, इन किशोरों ने नवंबर 2015 से अप्रैल 2016 के बीच खुदकुशी की है. सभी किशोर 'ब्लू व्हेल चैलेंज' ग्रुप के मेबर्स थे.

'ब्लू व्हेल चैलेंज' गेम ने भारत में पैर पसारने शुरू कर दिए हैं. गेम ने 14 साल के मनप्रीत की जान ले ली. मनप्रीत मुंबई के अधेंरी ईस्ट में रहता था और नौवीं कक्षा का छात्र था. पुलिस के मुताबिक, वो 'ब्लू व्हेल चैलेंज' गेम का लती था. छठी मंजिल की बिल्डिंग से कूदने से पहले मनप्रीत ने एक तस्वीर ली थी. इसमें उसके पैर दिखाई दे रहे हैं और कैप्शन लिखा है- 'जल्द ही आपके साथ मेरी यह तस्वीर रह जाएगी'. हालांकि, अभी यह स्पष्ट नहीं है कि भारत में कितने बच्चे उन इंटरनेट ग्रुप्स के संपर्क में हैं, जो इस गेम को खेलने के लिए बच्चों बरगला रहे हैं.

यह गेम किशोरों को चैलेंज पूरा करने के लिए उकसाता है. गेम खेलने वाले को टास्क की सीरीज पूरी करनी होती है. अंत में जो मौत को गले लगाता है उसकी जीत होती है. इस सुसाइड गेम के कई नाम हैं. इनमें 'अ साइलेंट हाउस', 'अ सी ऑफ व्हेल्स' और 'वेक अप मी एट 4.20 एम' शामिल है. गेम के टास्क को 50 दिन में पूरा करना होता है.

इस गेम की शुरुआत रूस से हुई है. इसे VKontakte वेबसाइट पर खेला जाता है, जो कि रूस की पॉपुलर सोशल मीडिया साइट है. रूस के बाद इस गेम ने यूरोप, अमेरिका और भारत को निशाना बनाया है.

इस गेम के क्यूरेटर व एडमिन, प्लेयर को डेथ व सुसाइड ग्रुप्स के जरिए खोजते हैं. ये गुप्स Vk.com (VKontakte) वेबसाइट के जरिए बनाए जाते हैं. हाल ही के सालों में रूसी पुलिस ने ऐसे कई ग्रुप्स को बंद कराया है. लेकिन जैसे ही पुलिस एक ग्रुप को बंद कराती है, एडमिन दूसरा ग्रुप बना लेते हैं. एडमिन या क्यूरेटर की तरफ से प्लेयर को रिक्वेस्ट आने के 50 दिन के भीतर चैलेंज को पूरा करना होता है.

प्लेयर को गाने सुनने, हॉरर फिल्म देखने, आधी रात को उठने, ब्लेड से स्किन पर व्हेल की आकृति बनाने या फिर कुछ लिखने समेत कई खतरनाक टास्क दिए जाते हैं. higgypop.com वेबसाइट के मुताबिक, पहला चैलेंज सुबह 4.29 बजे से शुरू होता है. गेम में प्लेयर जानबूझकर खुद को क्षति पहुंचाए, इसके लिए एक से बढ़कर एक खतरनाक टास्क दिए जाते हैं. मना करने पर किशोरों को बरगलाया जाता है और उनकी गोपनीय सूचनाएं सार्वजनिक करने तक की धमकी दी जाती है.

इस सुसाइड गेम में प्लेयर को एडमिन के पास हर स्टेज कम्पलीट करने के बाद प्रूफ के तौर पर तस्वीर और वीडियो भेजनी होती है.

रूस में दो स्कूली लड़कियों ने 14 मंजिला अपार्टमेंट से कूदकर खुदकुशी कर ली थी. दोनों की उम्र 15 व 16 साल की थी. कूदने से पहले इंस्टाग्राम पर 'ब्लू व्हेल चैलेंज' की पिक्चर्स डाली थी. इसके बाद हजारों की तादाद में #BlueWhaleChallenge के साथ इस तस्वीर को शेयर किया गया. लड़कियों का नाम यूलिया कॉन्स्टेंटिनोवा व वेरोनिका वोल्कोवा था.

ब्लू चैलेंज गेम को फिलिप बुदेइकिन ने बनाया है. उन्हें इसके लिए पिछले महीने तीन साल की जेल हुई है.फिलिप रूस के रहने वाले हैं. उनकी उम्र 22 साल है.