लखनऊ: बी.एस.पी. की राष्ट्रीय अध्यक्ष, पूर्व मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश मायावती ने बीजेपी पर पहले झूठे आश्वासनों के बल पर चुनाव जीतने और अब उसी छलावे के आधार पर सरकार चलाने का आरोप लगाते हुये कहा कि इस प्रकार के फरेब से ख़ासकर उत्तर प्रदेश की लगभग 22 करोड़ जनता को कब तक छला जाता रहेगा?

बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की आज लखनऊ में आयोजित प्रेस कान्फ्रेंस में अपनी पार्टी व नरेन्द्र मोदी सरकार के सम्बन्ध में किये गये अनेकों प्रकार के दावों व साथ ही इनके सामान्य से भी नीचे स्तर के कार्यकलापों को उपलब्धि के तौर पर बताने पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये मायावती ने अपने बयान में कहा कि केन्द्र व राज्य में एक ही पार्टी की सरकार होने का कोई भी लाभ उत्तर प्रदेश की जनता को नहीं मिल रहा है बल्कि इसके विपरीत शिक्षा के अधिकार व रोजगार के अवसर पैदा करने वाली योजनाओं आदि पर केन्द्रीय सहायता घटा दी गई है। इतना ही नहीं बल्कि जनहित व जनकल्याण की योजनाओं के सम्बन्ध में प्रदेश बीजेपी सरकार का योगदान अब तक लगभग ज़ीरो ही बना हुआ है। इसके अलावा अपराध-नियन्त्रण व कानून-व्यवस्था की स्थिति का तो काफी ज्यादा बुरा हाल है जिससे प्रदेश में जंगलराज पनप रहा है तथा सनसनीखेज वारदातों से प्रदेश हर दिन दहल रहा है। आज ही इलाहाबाद में प्रधानाचार्य पर कातिलाना हमला इस बात का प्रमाण है कि प्रदेश बीजेपी सरकार में अपराध ही अपराध बोल रहा है। प्रदेश की जनता आशंकित, भयभीत व आतंकित है कि क्या बीजेपी के शासन में ऐसा ही कानून का राज होगा?

मायावती ने कहा कि बीजेपी द्वारा लोगांे को वरगलाकर व लोगांे की आँखों में धूल झोकने की आदत बन गयी है और यही कारण है कि वास्तविक काम करके जनता को तत्काल राहत व लाभ देने के बजाय केवल ’’केन्द्र सरकार यू.पी. सरकार के साथ खड़ी है, यू.पी. में कानून का राज होगा, सरकार कानून- व्यवस्था पर काम कर रही है, यू.पी. को सुधारने में समय लगेगा व अगले 10 वर्षों में किसानों की आय दोगुणी करेंगे’’ आदि टालने वाली ही बातें करते रहते हैं जिससे प्रदेश व यहाँ की जनता का कुछ भी भला नहीं हो रहा है और ना ही आगे ही कुछ भला होने की संभावना है।