लखनऊ: एक तरफ तो जहां पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वीवीआईपी कल्चर खत्म करने की बात करते हैं वहीं बीजेपी शासित राज्य उत्तर प्रदेश में वीवीआईपी लोगों के लिए टोल प्लाजा पर अलग से लेन की सुविधा दी जाने वाली। यह सुविधा विधायकों और सांसदों को दी जाएगी ताकि वे ट्रैफिक जाम से बच सकें। राज्य के सभी टोल प्लाजा के साथ-साथ इन वीवीआईपी लोगों को यह सुविधा नेशनल हाइवों पर भी दी जाएगी। सभी जिला अधिकारियों को इस मामले को लेकर निर्देश दिए जा चुके हैं कि उनके अंतर्गत आने वाले टोल प्लाजा पर सांसदों और विधायकों के लिए एक लेन अलग से रखी जाए।

इस मामले को लेकर उच्च अधिकारियों का कहना है कि एक तरफ तो सरकार प्रदेश में वीआईपी कल्चर खत्म करने के लिए गाड़ियों से नीली बत्ती हटाने का निर्देश देती है। वहीं दूसरी तरफ वीआईपी लोगों के लिए टोल पर अलग से लेन बनाने के निर्देश जारी कर फिर से वीआईपी कल्चर लाने के लिए जोर दे रही है। टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार इस प्रकार का निर्देश टोल प्लाजा ऑपरेटर्स के लिए परेशानी खड़ा करेगा। कई बार ऐसा देखा गया है कि विधायक टोल प्लाजा कर्मचारियों से टोल न देने को लेकर बहसबाजी करते है।