मुंबई: भारतीय क्रिकेट टीम के नए हेड कोच का जिम्मा पूर्व क्रिकेटर रवि शास्त्री संभालेंगे। हेड कोच पद के लिए रवि शास्त्री और वीरेंद्र सहवाग के बीच कड़ी टक्कर मानी जा रही थी। हालांकि अंत में शास्त्री इस रेस में आगे निकले। बीसीसीआई की क्रिकेट सलाहकार समिति (सीएसी) ने सोमवार को कोच पद के लिए इंटरव्यू लिए थे और फिर सोमवार को रवि शास्त्री के नाम का ऐलान किया।

सौरव गांगुली, वीवीएस लक्ष्मण और सचिन तेंदुलकर की सदस्यता वाली सीएसी ने शास्त्री, वीरेंद्र सहवाग, लालचंद राजपूत, टॉम मूडी और रिचर्ड पायबस का इंटरव्यू लिया था। इस दौरान पांचों कैंडिडेट ने अपना प्रेजेंटेशन सीएसी को दिखाया। शास्त्री के प्रेजेंटेशन को बेस्ट माना गया।

इंटरव्यू के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में गांगुली ने कहा था कि नाम पर फैसला हो चुका है, लेकिन कप्तान विराट कोहली से बातचीत होने के बाद ही नाम का ऐलान किया जाएगा। मंगलवार सुबह से ही सुगबुगाहट चल रही थी कि कोच के नाम का ऐलान कब होगा।

अगस्त 2014 में टीम इंडिया महेंद्र सिंह धौनी की कप्तानी में इंग्लैंड दौरे पर गई थी। पांच मैचों की सीरीज में टीम इंडिया 1-3 से बुरी तरह हारी। उस समय टीम इंडिया के हेड कोच डंकन फ्लेचर थे। इस शर्मनाक हार के बाद रवि शास्त्री को टीम इंडिया का डायरेक्टर बनाया गया। दिसंबर में टीम इंडिया ऑस्ट्रेलिया दौरे पर गई, शास्त्री टीम डायरेक्टर थे और फ्लेचर कोच। टीम इंडिया टेस्ट सीरीज भी हारी और वनडे सीरीज भी, लेकिन इसके बाद वर्ल्ड कप में टीम सेमीफाइनल तक पहुंची। 2015 वर्ल्ड कप के बाद फ्लेचर का कार्यकाल बढ़ाया नहीं गया और शास्त्री कोच और डायरेक्टर दोनों की भूमिका को निभाते रहे। शास्त्री के कार्यकाल में टीम इंडिया ने श्रीलंका में जाकर टेस्ट सीरीज जीती, दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ होम सीरीज जीती और एशिया कप पर कब्जा जमाया। वर्ल्ड टी-20 में भी टीम इंडिया सेमीफाइनल में हारकर बाहर हुई। इसके साथ ही शास्त्री का टीम डायरेक्टर के पद से कॉन्ट्रैक्ट भी खत्म हुआ और अनिल कुंबले को टीम इंडिया का हेड कोच चुना गया।