नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली ने गुरुवार (29 जून) को पहली बार टीम के नए कोच के चयन पर अपनी राय मीडिया के सामने रखी। भारतीय क्रिकेट टीम के नए कोच के बारे में पूछे जाने पर कोहली ने कहा, “निजी तौर पर कहूं तो मैं कुछ नहीं कह सकता, न ही कोई विस्तृत जानकारी दे सकता हूं। एक टीम के तौर पर हम तभी अपनी राय देते हैं जब बीसीसीआई हमसे पूछती है।” कोहली वेस्टइंडीज के संग तीसरे वनडे मैच से पहले एक पत्रकार वार्ता में बोल रहे थे। कोहली ने कहा कि कोच का चयन एक प्रक्रिया के तहत होता है और किसी व्यक्ति की निजी राय की उसमें कोई भूमिका नहीं है। टीम के पूर्व कोच अनिल कुंबले ने कोहली से अनबन के चलते ही पद से इस्तीफा दिया था। माना जा रहा है कि कोहली पूर्व क्रिकेटर रवि शास्त्री को कोच बनवाना चाहते हैं।

भारतीय क्रिकेट टीम वेस्टइंडीज के दौर पर हो। दोनों देशों के बीच तीसरा वनडे मैच शुक्रवार (30 जून) को खेला जाएगा। कोच विवाद पर कोहली ने कहा, “ये प्रक्रिया है जिससे हम हमेशा गुजरते हैं और एक टीम के तौर पर इसका सम्मान करते हैं। हम इस बारे में एक टीम के तौर पर राय देते हैं न कि अलग-अलग सदस्य के रूप में। उसी प्रक्रिया के तहत हम बीसीसीआई को अपनी राय देंगे।” जब पत्रकारों ने घुमा-फिरा कर कोच विवाद पर सवाल पूछना जारी रखा तो कोहली ने कहा, “बीसीसीआई को सुझाव दिया जा चुका है। सार्वजनिक रूप से कुछ भी कहना सही नहीं है क्योंकि हम टीम के तौर पर पूछे जाने पर बीसीसीआई को अपनी राय बताते हैं।” कोहली ने कहा कि अभी उनकी प्राथमिकता वेस्टइंडीज से सीरीज जीतना है।

कोहली ने मीडिया पर परोक्ष रूप से तंज कसते हुए कहा कि आखिरकार खेल के मैदान पर किया गया प्रदर्शन ही मायने रखता है, मीडिया में क्या छपा, क्या नहीं छपा इससे फर्क नहीं पड़ता। कोहली ने कहा कि करियर के शुरुआती दिनों में मीडिया कवरेज से खिलाड़ियों का ध्यान भंग हो जाता है लेकिन समय बीतने के साथ उन्हें इसकी आदत हो जाती है। कोहली ने कहा कि सबको पता है कि मीडिया कुछ न कुछ छापेगा इसलिए वो मीडिया के बजाय अपने क्रिकेट कौशल के विकास पर ज्यादा ध्यान देते हैं।