नई दिल्ली: मशहूर फास्ट फूड चेन मैकडॉनल्ड्स के राजधानी दिल्ली में 55 में से 43 रेस्तरां गुरुवार को बंद कर दिए गए. यब बड़ा कदम मैकडॉनल्ड्स के लाइसेंस की अवधि समाप्त होने की वजह से उठाया गया. हालांकि मीडिया में इसकी वजह कुछ और ही बताई जा रही है. बताया जा रहा है मैकडॉनल्ड्स और उसके भारतीय साझेदार के बीच हुए विवाद के कारण यह फैसला लिया गया है.

कनॉट प्लाजा रेस्‍टोरेंट्स प्राइवेट लिमिटेड और मैकडॉनल्ड्स के बीच भारत में रेस्तरां संचालन के लिए 50-50 फीसदी की साझेदारी है. दिल्ली के रेस्तरां को बंद करने का फैसला बोर्ड की बैठक के बाद लिया गया और इसकी सूचना मीडिया को स्काइप के द्वारा दी गई.

सीपीआरएल के पूर्व प्रबंध निदेशक विक्रम बक्शी ने कहा है कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है, लेकिन 43 रेस्तरां का संचालन अस्थाई रूप से बंद किया जा रहा है.

मैकडॉनल्ड्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (एमआईपीएल) के प्रवक्ता बैरी सुम ने कहा कि सीपीआरएल (संयुक्त उद्यम) बोर्ड आवश्यक लाइसेंस प्राप्त करने के लिए काम कर रहा है. जब तक लाइसेंस नहीं मिल जाते हैं, सीपीआरएल अस्थाई रूप से प्रभावित रेस्तरां के संचालन को निलंबित कर रहा है.

बोर्ड के इस फैसले से करीब 1700 कर्मचारियों को नौकरी पर खतरा आ गया है. हालांकि बोर्ड का कहना है कि कर्मचारियों की नौकरी सुरक्षित है. उन्हें जल्द ही कहीं और स्थापित किया जाएगा.

बताया जा रहा है कि विक्रम बख्शी और मैकडॉनल्ड्स के बीच चल रहे विवाद के कारण वे दिल्ली में स्वास्थ्य विभाग से लाइसेंस रिन्यू नहीं करवा पाए, जिसके कारण रेस्तरां पर ताले लगाने पड़े. सीपीआरएल के पूर्व प्रबंध निदेशक विक्रम बख्शी 2013 में विवाद के इस मामले को अदालत में ले गए थे.