नई दिल्ली: कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने जीएसटी लागू करने के कार्यक्रम को 'तमाशा' करार देते हुए कहा कि इस सुधार पहल को आधे अधूरे ढंग से खुद का प्रचार करने की कवायद के रूप में आगे बढ़ाया जा रहा है।

विदेश में छुटि्टयां मना रहे राहुल गांधी ने सरकार पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि योजना, दूरदृष्टि और संस्थागत तैयारी के बिना इसे लागू करना असंवेदनशीलता है, जैसा कि नोटबंदी के दौरान हुआ।
राहुल गांधी ने ट्वीट किया, एक सुधार जिसमें अपार संभावनाएं थी, उसे आधे अधूरे ढंग से खुद का प्रचार करने की कवायद के रूप में पेश किया जा रहा है 'जीएसटी तमाशा'। उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा, किन्तु नोटबंदी की तरह जीएसटी को अकुशल एवं असंवेदनशील सरकार द्वारा योजना, दूरदृष्टि एवं संस्थागत तैयारियों के बिना लागू किया जा रहा है।

कांग्रेस नेता ने कहा कि भारत में जीएसटी क्रियान्वयन इस तरह करना चाहिए जिससे इसके करोड़ों आम नागरिकों, छोटे व्यापारियों एवं कारोबारियों को भारी पीड़ा एवं चिंता से न गुजरना पड़े।
उन्होंने कहा कि नोटबंदी के विपरीत जीएसटी एक ऐसा सुधार है जिसकी कांग्रेस ने बहुत शुरुआत से ही वकालत और समर्थन किया है। राहुल के इस ट्वीट से एक दिन पहले कांग्रेस ने जीएसटी को मध्यरात्रि में लागू करने के संबंद्ध में संसद के केन्द्रीय कक्ष में आयोजित विशेष बैठक का बहिष्कार करने की घोषणा की थी।