लखनऊ: उत्तर प्रदेश में पूर्ववर्ती समाजवादी सरकार में मंत्री रहे गायत्री प्रसाद प्रजापति के लखनऊ में आशियाना इलाके में बने एक अवैध भवन को लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) ने शनिवार को गिरा दिया। यह कार्रवाई उच्च न्यायालय के निर्देश पर की गई। पूर्व मंत्री के सालेह नगर तिराहे के पास स्थित अवैध इमारत पर शनिवार को एलडीए अधिकारियों ने स्वयं मौके पर खड़े होकर बुलडोजर चलवाया। इस कार्य में कमिश्नर अनिल गर्ग और एक अन्य अधिकारी प्रभु एन. सिंह ने जिला प्रशासन और पुलिस बल की मदद ली।

गौरतलब है कि उच्च न्यायालय के आदेश पर पूर्व मंत्री प्रजापति के अवैध निर्माण को तोड़ने के लिए एलडीए ने पहले काफी निष्क्रियता दिखाई थी, लेकिन बाद में न्यायालय के सख्त रवैये के चलते इस निर्माण को तोड़ा गया। एलडीए के मामले की सुनवाई करते हुए न्यायालय ने इस अवैध इमारत को 15 दिनों के भीतर गिराने का आदेश दिया था। प्रजापति फिलहाल सामूहिक दुष्कर्म के आरोप में जेल में बंद हैं।

इस के फैसले के खिलाफ प्रजापति ने अपील भी की थी लेकिन उनको फैसले पर कोई राहत नहीं मिली। उच्च न्यायालय की लखनऊ खंडपीठ ने प्रजापति के बेटे अनुराग प्रजापति की ओर से दायर याचिका पर बिल्डिंग के ढहाए जाने पर रोक लगाए जाने की मांग को अस्वीकार कर दिया था।