लखनऊ: ग्रामीण लोगों को वित्तीय रूप से साक्षर बनाने के लिए निजी क्षेत्र के प्रमुख बैंक ऐक्सिस बैंक ने ‘डिजि-प्रयास‘ के रूप में अनोखी पहल की है। इस पहल का उद्देश्य देश भर में 80,000 लोगों को वित्तीय रूप से साक्षर बनाना है। यह कार्यक्रम के तहत देश भर के 24 चुनिंदा गांवों में लोगों को वित्तीय और डिजिटल रूप से जागरूक बनाने का प्रयास किया जाएगा । साथ ही इसके माध्यम से उन्हें मोबाइल, यूपीआइ और यूएसएसडी आधारित बैंकिंग जैसे डिजिटल बैंकिंग के विभिन्न माध्यमों को अपनाने और उन पर सक्रिय होने में सक्षम भी बनाया जा रहा है।

ऐक्सिस बैंक के रीजनल डिस्ट्रीब्यूशन हेड-नाॅर्थ, नुति चक्रवर्ती ने आज होटल ताज में पत्रकारों के सामने ‘डिजि-प्रयास‘ को लाॅन्च करते हुये कहा कि इस प्रोग्राम का उद्देश्य उन लोगों को प्रभावित करना है, जिन्होंने अभी तक अपना डिजिटल सफर शुरू नहीं किया है। हम उन्हें डिजिटल बैंकिंग और कम नगदी अर्थव्यवस्था के फायदों के बारे में शिक्षित कर रहे हैं। इस तरह की पहलें हमारे नागरिकों को सशक्त बनायेंगी और एक तेज एवं सुरक्षित माहौल में ट्रांजैक्ट करने में उनकी मदद करेंगी।‘‘

इस प्रोग्राम के हिस्से के रूप में बैंक द्वारा एक डिजिटल बैंकिंग इकोसिस्टम की स्थापना भी की जा रही है। इसमें इन गांवों में बिजनेस काॅरेस्पाॅन्डेंट्स, ईडीसी/पीओएस डिवाइसेज, माइक्रो एटीम शामिल हैं। इस प्रोजेक्ट का लक्ष्य वित्तीय लेन-देन के डिजिटल माध्यमों में सक्रिय भागीदारी के जरिये 80,000 लोगों को प्रभावित करना है।

ऐक्सिस बैंक द्वारा अपने प्रमुख प्रोग्राम ‘प्रगतिशाला‘ के अंतर्गत फाइनेंशियल लिटरेसी कैम्प्स (वित्तीय साक्षरता शिविर) का आयोजन किया जा रहा है। इसकी योजना 600 ग्रामीण शाखाओं में इसे जारी रखने की है। वित्त वर्ष 2016-17 के दौरान 15,240 वित्तीय साक्षरता शिविरों में 2,18,041 ग्रामीणों को शिक्षित किया जा चुका है।