लखनऊ: समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता शिवपाल सिंह यादव ने आज कहा कि ‘चापलूसी और चुगलखोरी’ की वजह से समाजवादी ‘परिवार’ में मतभेद हैं और वह सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ तल्खी दूर करने के लिये पार्टी संस्थापक मुलायम सिंह यादव की सरपरस्ती में बातचीत करने के लिये तैयार हैं. पिछली एक जनवरी को अखिलेश के सपा अध्यक्ष बनने के बाद हाशिये पर पहुंचे शिवपाल ने कहा कि अगर पूरा परिवार एकजुट हो जाए तो सपा को अपने भविष्य के लिये ‘बैसाखियों’ के सहारे की जरूरत नहीं पड़ेगी.

शिवपाल ने यहां संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि सिर्फ चापलूसी और चुगलखोरी की वजह से ही समाजवादी परिवार में झगड़ा हुआ था. उन्होंने कहा, ‘हमने परिवार में एकजुटता की बात नेताजी (मुलायम) पर छोड़ दी है. मैं तो अखिलेश से बात करने को तैयार हूं. इसके लिये नेताजी से बेहतर कोई नहीं है. मगर हमारा फॉर्मूला वही है कि नेताजी का सम्मान लौटा दो.’ मालूम हो कि शिवपाल अखिलेश से मुलायम को पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद लौटाने की बार-बार मांग कर रहे हैं.

आगामी 27 अगस्त को पटना में राष्ट्रीय जनता दल मुखिया लालू प्रसाद यादव की रैली में अखिलेश और बसपा प्रमुख मायावती के मंच साझा करने की खबरों के बारे में पूछे जाने पर शिवपाल ने कहा, ‘अगर परिवार एक हो जाए तो बैसाखियों की जरूरत नहीं पड़ेगी.’ उन्होंने आगाह किया कि अगर मुलायम की उपेक्षा जारी रही तो गत विधानसभा चुनाव में महज 47 सीटें जीतने वाली सपा की स्थिति इससे भी बुरी हो जाएगी.

शिवपाल ने कहा कि सपा कमजोर हो रही है. सपा विपक्ष की भूमिका ठीक ढंग से नहीं निभा पा रही है, क्योंकि लोगों को न्याय नहीं मिल पा रहा है. शिवपाल ने कहा कि वह समाजवादी सेक्युलर मोर्चा बनाएंगे, जिसमें सपा से उपेक्षित लोगों को शामिल किया जाएगा. साथ ही समान विचारधारा वाली अन्य पार्टियों से भी एक मंच पर आने को कहा जाएगा. यह पूछे जाने पर कि क्या यह ‘जनता परिवार’ को एकजुट करने की नयी कवायद है, उन्होंने कहा ‘हां, सबसे बात की जाएगी.’

इस सवाल पर कि क्या समाजवादी परिवार में झगड़े की जड़ बताये जाने वाले अमर सिंह को भी मोर्चे में शामिल किया जाएगा, शिवपाल ने कहा कि उनसे बात की जाएगी. पूर्व मंत्री ने दोहराया कि उनका मोर्चा कोई राजनीतिक दल नहीं होगा, बल्कि यह सपा का ही हिस्सा होगा, जिसके अध्यक्ष मुलायम होंगे. यह पूछे जाने पर कि इस मोर्चे की वजह से सपा में और मतभेद बढ़ेगा, शिवपाल ने कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया.

मालूम हो कि शिवपाल ने बुधवार (31 मई) को घोषणा की थी कि वह आगामी छह जुलाई को समाजवादी सेक्युलर मोर्चे का गठन करेंगे. सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव इस मोर्चे के अध्यक्ष होंगे, जबकि वह खुद इसके संयोजक होंगे. सपा की कमियों को दूर करना इस मोर्चे का उद्देश्य होगा. शिवपाल ने पिछले महीने ही समाजवादी सेक्युलर मोर्चे के गठन का ऐलान किया था. उन्होंने आरोप लगाया था कि सपा में बार-बार उनका और मुलायम का अपमान किया गया.