लखनऊ: बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में पूर्व सांसद राम विलास वेदांती समेत पांच लोगों ने शनिवार (20 मई) को सीबीआई की विशेष अदालत में आत्मसमर्पण किया. इंदिरानगर के आईसीएमआरटी भवन में लगाई गई विशेष अदालत में भारी सुरक्षा व्यवस्था रही. आरोपी पक्ष के वकील द्वारा पहले आत्मसमर्पण की अर्जी दायर की गई. इसके बाद जमानत के लिए अर्जी लगाई गई.

इस मामले में पूर्व सांसद राम विलास वेदांती, विहिप नेता चम्पत राय, बैकुंठ लाल शर्मा, महंत नृत्य गोपाल दास महाराज, धर्मदास महाराज और शिवसेना नेता सतीश प्रधान को अदालत से नोटिस जारी हुआ था. इसमें सतीश प्रधान को छोड़कर अन्य पांचों ने आत्मसमर्पण कर दिया है. वकील मनीष त्रिपाठी ने बताया कि अस्वस्थ्य होने के कारण सतीश प्रधान हाजिर नहीं हो सके, वह बुधवार (24 मई) को आत्मसमर्पण करेंगे.

आपको बता दें कि 19 अप्रैल को सुप्रीम कोर्ट ने मामले पर फैसला दिया था. कोर्ट ने कहा था कि एक महीने के अन्दर मामले की सुनवाई शुरू कर इसे जल्द निपटाए. कोर्ट ने दो साल के अन्दर सुनवाई की समय-सीमा भी तय की है. सुप्रीम कोर्ट ने इस दौरान ट्रायल जज के ट्रांसफर न करने का भी आदेश जारी कर 13 लोगों पर आपराधिक साजिश रचने का मुकदमा चलाने को कहा था. जिन लोगों पर मुकदमा चलाने का आदेश दिया गया था उनमें लालकृष्ण आडवाणी, उमा भारती, मुरली मनोहर जोशी जैसे नेता भी शामिल हैं.