जानकीपुरम विस्तार : सड़क निर्माण में प्राधिकरण की भूमिका पर संदेह

लखनऊ। जानकीपुरम विस्तार में आनन-फानन में बनायी फोर लेन सड़क ने लखनऊ विकास प्राधिकरण की भूमिका पर सवाल खड़े कर दिये है। प्राधिकरण की इस भूमिका ने पूर्व सरकार के एक मंत्री के वोटबैंक मजबूत करने का प्रयास था या फिर चहेते ठेकेदार को लाभ पहंुचाने का, यह जांच का विषय है, लेकिन मौजूदा विधानसभा चुनाव के अधिसूचना जारी होने से ऐन पहले कई बिजली के खम्बों को हटाये बिना फोरलेन सड़क का निर्माण कर दिया गया जो किसी बड़ी दुर्घटना का आमन्त्रण दे रही है। वहीं इस मामले में लखनऊ जन विकास महासभा प्रदेश सरकार को पत्र भेजकर जानकीपुरम विस्तार में बनायी गयी फोरलेन सड़क की जांच कर सम्बन्धित लोगों के खिलाफ कड़ी काररवाई के साथ फोरलेन सड़क के बीचो बीच लगे खम्बों तत्काल हटाने की मांग की है। उल्लेखनीय है कि जानकीपुरम विस्तार सेक्टर-दो के निकट से लेकर जानकीपुरम थाने के पास तक लगभग एक किलोमीटर तक बनी इस फोरलेन सड़क का शिलान्यास बीते वर्ष 6 अगस्त-2016 को तत्कालीन सपा सरकार के मंत्री व क्षेत्रीय विधायक रहे प्रोफेसर अभिषेक मिश्रा ने किया था और विधानसभा चुनाव के अधिसूचना लागू होने के चन्द दिनों पहले ही इस फोरलेन सड़क का निर्माण कर दिया गया। जानकारी के मुताबिक इस फोरलेन बनने के बाद भी लगे हाईटेशन खम्बों को हटाये जाने को लेकर एक अन्य क्षेत्रीय समिति ने जनवरी में प्राधिकरण को पत्र भेजा था, जिस पर प्राधिकरण के अधिशासी अभियन्ता विद्युत यांत्रिक ने अवगत कराया था कि जानकीपुरम विस्तार में बनी इस फोरलेन में लगे खम्बों को हटाये के लिये विद्युत विभाग से सामंजस्य स्थापित करने का प्रयास चल रहा है और अनापत्ति प्रमाण पत्र मिलने के बाद हाईटेंशन लाईन को हटा दिया जायेगा, लेकिन बिजली विभाग के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक क्षेत्र के विद्युत वितरण खण्ड बख्शी का तालाब की ओर से मुख्य अभियन्ता लेसा को बताया गया कि बीते अप्रैल मध्य के बाद तक प्राधिकरण की ओर से कोई मैप, लाईन चार्ट अथवा कार्य कराने की अनुमति मिली है और न ही मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड से भी सम्बन्धित कार्य के लिये कोई अनुमति पत्र मिलने से इंकार किया है और साथ ही यह भी कहा है कि इस फोरलेन सड़क पर लगी 33केवी लाईनें उसके दायरे में भी नहीं आती है। फिलहाल लखनऊ विकास प्राधिकरण और बिजली विभाग के बीच इस फोरलेन पर लगे हाईटेंशन के खम्बों को हटाये जाने को लेकर चल रही उठा पटक और पत्राचार के बीच लखनऊ जन विकास महासभा के संस्थापक संयोजक पंकज तिवारी ने बताया कि प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के समक्ष इस मामले को पहंुचाने के लिये पत्र भेज रहे है जिसमें इस फोरलेन सड़क के निर्माण की जांच और खम्बों को हटाये की जाने की मांग की जायेगी।