सुलतानपुर। उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर जिले में खैरुल बशर जूनियर स्कूल
में जमाते इस्लामी हिन्द के तत्वाधान में मुस्लिम पर्शनल लॉ जागरूकता
अभियान के अंतर्गत विषय मुस्लिम पर्शनल लॉ दरपेश चैलेन्जेज और हमारा
उत्तरदायित्व पर विचारगोष्ठी में आये हुए मुस्लिम प्रबुद्ध वर्ग को
सम्बोधित करते जमाते इस्लामी हिन्द के ऑल इंडिया सेक्रेटरी मुहम्मद इकबाल
मुल्ला ने कहाँ की मुसलमानो नौजवानों को सोशल मीडिया पर फेसबुक,यू-ट्यूब,
जूपजजमत, व्हाट्सएप आदि पर कोई भी चीज पोस्ट करने से पहले इस बात पर गौर
करना चाहिये कि मेरी पोस्ट से किसी अन्य धर्म या वर्ग के लोगो की भावनाओ
को आहत तो नही कर रही है वो पोस्ट जिससे समाज में फसाद फैले।
इनसेटः ’वेस्टर्न कल्चर ने घोला हमारे देश की सभ्यता में जहर’
मगरिबी मुमालिक (वेस्टर्न कल्चर )ने हमारे देश की सभ्यता में जो जहर घोला
हैं अब तो पश्चिमी सभ्यता में मर्द से मर्द शादी कर सकता है ऐसे कानून की
पुरजोर समर्थन हो रहा है क्योकि वहाँ की आम बोलचाल की भाषा लड़कियो के
लिये जो बोली जाती है जैसे कालगर्ल ,सेक्स वर्कर ,गर्ल फ्रेंड्स,आदि नामो
से पुकारने में गर्व होता है उनका रुख डिस्को बार और डिस्को क्लब में
होता है इस गंगा जमुनी तहजीब वाले मुल्क में भी पनप ही नही गयी बल्कि
फैशन हो गया है। इस बुराई से हमें हिन्दू ,मुस्लिम सिख्ख ,जैन ,बौद्ध आदि
को अपने नौजवानो में सुधार के लिये सतही स्तर पर सेमिनॉर गोष्ठी के जरिये
समझाना होगा।

’कानून बनाने से नहीं कर्तव्यों के पालन से खत्म होगीं बुराईयां’
कानून बना देने से ही समाज में फैली बुराईया कम होने वाली नही है इसके
लिये हम सबको अपने कर्तव्यों का पालन करना होगा। माता-पिता, भाई -बहन,
पुत्र, पुत्री, पडोसी, गरीब, मजलूमो के अधिकार क्या है उसको समझना चाहिये
उनके अधिकारो को न्यायसंगत तरीके से पूरा करें। तब खुशहाली आएगी घर
,परिवार, समाज तथा देश में। मुसलमानो तुमको तो अल्लाह ने पैदा किया है
सबसे अफजल बना के तुम्हारी जिम्मेदारी बनती है की समाज और दुनिया से
बुराईयो के विरुद्ध तन मन धन से खत्म करने की कोशिश करे।

’यूरोप, अमेरिका,लन्दन में ईसाई-यहूदी लडकिया अपना रही इस्लाम’
आज पूरी दुनिया में इस्लाम को बदनाम किया जा रहा है, जिसमे यूरोप सबसे
आगे है इस्लाम को बदनाम करने में। यूरोप तरह तरह का प्रोपगंडा अपना कर
हमारी औरतो के ऊपर कमेंट्स करता है कि मुसलमानो की औरते बच्चा पैदा करने
की मशीन है।औरतो को नकाब पहने पर उनको कहते कि मुसलमानो की औरते कैद में
रहती है। कोई आजादी नही है इन्हें जबकि यूरोप, अमेरिका, लन्दन में ईसाई
और यहूदी लडकिया आज की तारिख में सबसे ज्यादा इस्लाम धर्म अपना रही है।
सच्चाई का हमेशा विरोध होता है पूरी दुनिया में सभी देशो में सिर्फ सिर्फ
इस्लाम का विरोध क्यों हो रहा है इसका बहुत बड़ा कारण है बहुतो की रोजी
रोटी बन्द हो जा रही। क्योकि इस्लाम केवल मुसलमानो का धर्म नही है ये तो
सारे इंसानियत का धर्म है कुरान, शरीयत, अल्लाह, मुहम्मद सल्ल.सबके रसूल
है। विचारगोष्ठी को अब्दुल करीम वकील, जफर हातमी खान पूर्व प्राचार्य
केएनआई, जमीयत उलेमा हिन्द के सिराज हाश्मी, मौलाना अब्रारुल हक, आदि
लोगों ने संबोधित किया।