सुलतानपुर। बहूचर्चित प्रिया उर्फ रोशनी के हत्या की गुत्थी सुलझाने के
लिये लखनऊ से तीन सदस्य की टीम चोरमा गाँव पहुची। विधिविज्ञान प्रयोगशाला
महानगर लखनऊ के निर्देशन मे तीन सदस्य की टीम शनिवार को कोतवाली क्षेत्र
के चोरमा गाव मे लगभग दो बजे मृतका के पैतृक गाँव पहूच कर घटना स्थल की
बारीकी से जाँच कर साक्ष्य जुटाये। मृतका के पिता से भी सभी पहलूओ पर
जाँच की गई। विधि विज्ञान प्रयोगशाला लखनऊ की टीम मे नेतृत्व कर रह
डिप्टी डायरेक्टर पवन कुमार, अरशद हामिद वैज्ञानिक अधिकारी व अरुण शुक्ला
वैज्ञानिक ने हत्या से जुड़े सभी पहलुआंे पर गहनता से अध्ययन कर जुड़े सभी
साक्ष्यों को एकत्रित किया। जाँच टीम के डिप्टी डायरेक्टर पवन कुमार ने
बाताया मृतका का शव कहा और कैसी अवस्था मे मिला था उसकी सभी पहलूओ पर
गहनता से निरीक्षण कर साक्ष्यों को इकट्ठा किया गया। मृतका के पिता
राजेंद्र सिंह से भी जरूरी पूँछताछ कर साक्ष्य एकत्रित किया। सभी जाँच
किये गये साक्ष्यों को लेकर जाँच टीम लगभग चार बजे लखनऊ रवाना हो गयी।
जाँच मे देरी के सवाल के जवाब मे विधिविज्ञान प्रयोगशाला के डिप्टी
डायरेक्टर पवन कुमार ने बताया कि पुलिस द्वारा जो भी साक्ष्य विधिविज्ञान
प्रयोगशाला लखनऊ को उपलब्ध कराया गया है उसी से सम्बन्धित जाँच पूरी करने
पहुंचे है। कड़ी से कड़ी जोड़ते हुये जाँच को हम आगे बढ़ा रहे है। विभिन्न
पहलुआंे का अध्ययन करते हुये जल्द ही रिपोर्ट प्रेषित कर दी जायेगी।

क्या है मामला

बीते ग्यारह फरवरी शनिवार को लगभग आठ बजे शौच के लिये निकली मृतका प्रिया
उर्फ रोशनी जब देर रात तक घर वापस नही आयी तो मृतका के पिता राजेंद्र
सिंह ने डायल सौ को सूचित किया था। रात भर खोजबीन के बाद बारह फरवरी को
सुबह घर से लगभग दो सौ मीटर दूर पंचायत भवन के पीछे प्रिया उर्फ रोशनी की
लाश मिली थी।

बहूचर्चित था मामला

प्रिया उर्फ रोशनी ने तत्कालीन सदर विधायक अरुण वर्मा समेत अन्य तीन लोगो
पर रेप का आरोप लागाया था। जिसमे सदर विधायक को न्यायालय से क्लीन चिट
मिल चुकी थी। वही इसी मामले को लेकर मृतका ने फिर से न्यायालय की शरण ली
थी। प्रिया की मौत के बाद पिता राजेंद्र सिंह ने कोतवाली जयसिंहपुर मे
हत्या मे शामिल नामजद सदर विधायक अरुण वर्मा व अन्य तीन लोगो के खिलाफ
तहरीर दी थी।