लखनऊ। लक्ष्य लेकर चल रहे हो, बड़ा सोच रहे हो और सीने में कुछ कर गुजरने की आग धधक रही है तो सफलता एक न एक दिन आपके कदमों में होगी। ऐसे कितने ही शब्दों ने विश्व के नम्बर एक मोटीवेटर सूर्या सिन्हा ने यहां मोतीमहल लान राणाप्रताप मार्ग में चल रहे पुस्तक मेले में लोगों को प्रेरित किया। मेले में आज सर्वाधिक भीड रही और सबसे ज़्यादा स्टालों पर बिक्री भी आज ही हुई। कल रविवार मेले का अंतिम दिन होगा। मेले के दोनों सांस्कृतिक मंचों पर साहित्यिक और गीत-संगीत, कविता-शायरी और प्रतियोगिताओं का दौर सुबह से देर रात तक जारी रहा।

यहां रोज़ सुबह 11 बजे से रात नौ बजे तक चलने वाले निःशुल्क पुस्तक मेले में 15 बेस्ट सेलर किताबों के लेखक और प्रख्यात मानवीय प्रेरक सूर्या सिन्हा ने यहां सैकड़ों विद्यार्थियों और युवाओं के हुजूम को सम्बोंधित करते हुए जीवन में सफलता के सूत्र अपनाने के लिए प्रेरित किया। नेटवर्क मार्केटिंगः दशा और दिशा विषयक सेमिनार में उन्होंने कहा कि आज भारत में नेटवर्क मार्केटिंग की स्थिति अच्छी नहीं है। किन्तु यह नहीं भूलना चाहिए कि भविष्य नेववर्क मार्केटिंग का ही है। अपने गुरबत में गुजारे बचपन और फिर मेहनत से फिल्म इंडस्ट्री में वितरण के क्षेत्र में आने और लगभग दिवालिया हो जाने और फिर संघर्ष कर उबरकर शोहरत और पैसा कमाने की दास्तान बयान करते हुए उन्होंने कहा कि कुछ करने की अगन के साथ लगन तो चाहिए ही, सफलता पाने के लिए पहले अच्छा इंसान भी बनना होगा। इस तरह साधारण से साधारण व्यक्ति के पास प्रसिद्धि और धन खुद आएगा। इस अवसर पर मंच पर आयोजक मंनोज सिंह चंदेल, संरक्षक मुरलीधर आहूजा व राजकुमार छाबड़ा उपस्थित थे।

इससे पहले सुबह मंच पर वैदेही फाउण्डेशन की ओर से रुचि खान, डा.रूबीराज सिन्हा, ऋतु गौर, आरती, अर्चना व रेखा के साथ वी शाहरुख, सिमरन, एजल, पिया और आर्यन ने सत्यम शिवम सुंदरम…., मेरा झुमका गिरा……, संवार दू……जैसे गीतों पर दर्शनीय नृत्य प्रस्तुतियां दीं। नशा मुक्ति व स्वच्छ भारत पर अखिलेश निगम के संयोजन में आयोजित संगोष्ठी में विधायक सुरेशचन्द्र श्रीवास्तव, हाईकोर्ट के न्यायाधीश, युग निर्माण योजना, प्रजापिता ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय आदि के प्रतिनिधियों ने अपनी बात रखते हुए वर्तमान स्थितियों पर चिंता जतायी और युवा पीढ़ी को जागरूक करने की आवश्यकता पर बल दिया।

पुस्तक मेले में आज शाम प्राकृतिक चिकित्सा, पंचगव्य चिकित्सा और म्यूजिक थेरेपी पर अलग-अलग मंचों पर विशेषज्ञों ने अपनी बात रखी। बाल मंच पर टीडी कौशिक व डा.श्रुति कौशिक ने प्राकृतिक संसाधनों से मन और शरीर साधने के बारे में लोगों को अवगत कराया। मोहित द्विवेदी ने पंचगव्य के औषघीय महत्व को सामने रखा जबकि, मुख्य मंच पर संकल्प की ओर से सुगम और शास्त्रीय संगीत पर आधारित फिल्मी गीतों के माध्यम से लोगों को तनाव, दर्द और रोगों को नियंत्रित करने के उपाय गीत-संगीत और सुरों के साथ दी गई। आ चल के तुझे….., आदमी जो कहता है…… और मधुबन खुशबू देता है……जैसे 11 गीतों की प्रस्तुतियां देते हुए शशि सिंह, डा.संध्या जायसवाल, सिस्टर विद्या, आ डा.अरुणचन्द्र ने देते हुए श्रोताओ ंसे उससे दूर की जाने वाली मन-शरीर की समस्याओं के बारे में विस्तार से बताया। बाल-युवा मंच पर चली प्रतियोगिताओं में यथार्थ पाण्डे, सिद्धि, समृद्धि, लक्ष्य, प्रांजल, शिवम, अनुकृति, शैव्या आदि बच्चों ने मोहक प्रस्तुतियां दीं। दोपहर मे नवसृजन संस्था की ओर से विशाल मिश्र, मनु बाजपेयी, अमिता सिंह, डा.योगेश, अनिल किशोर निडर, रंगनाथ मिश्र सत्य, देवेश द्विवेदी, तमाचा लखनवी इत्यादि ने रचनाएं पढ़ीं।

ज्वाइन हैण्डृस फाउण्डेशन और थियेटर एवं फिल्म वेलफेयर एसोसिएशन के संयोजन में चल रहे हास्य नाट्य समारोह के अंतर्गत आज शाम लखनऊ कम्यूनिकेशन सोसायटी की ओर से नैनिका रमोला के के निर्देशन में मंचित नाटक ‘आवो तनिक प्रेम करें’ में नैनिका के साथ युवक की भूमिका में चन्द्रप्रकाश ने अभिनय किया। पार्श्व प्रकाश कृपलानी, विपिन अग्निहोत्री, धमेन्द्र मौर्य व दबीर सिद्दीक़ी का सहयोग रहा। इसी बाल युवा मंच पर महेशचन्द्र देवा के संयोजन में मदर सेवा संस्थान की ओर से मोहम्मद अमन, मोहम्मद सैफ, आरिफ, हर्ष गौतम, मानस वाल्मीकि ने खुद के तैयार किये बाल नाटक शातिर चोर ईमानदार नाटक का मंचन किया।