लखनऊ: उत्तर प्रदेश की योगी आदित्य नाथ सरकार और केन्द्र की नरेंद्र मोदी सरकार के बीच बिजली सप्लाई को लेकर आज (14 अप्रैल को) एक करार हुआ। अब राज्य के सभी घरों में बिजली सप्लाई सुनिश्चित की जाएगी। पॉवर फॉर ऑल योजना के तहत लखनऊ स्थित मुख्यमंत्री आवास पर केंद्र और राज्य के बीच सहनति पत्र पर हस्ताक्षर हुआ और उसका आदान-प्रदान हुआ। केन्द्र सरकार की तरफ से केंद्रीय ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल और राज्य सरकार की तरफ से मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने सहमति पत्र का आदान-प्रदान किया।

इस मौके पर उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा, यूपी के ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा, स्वतंत्रदेव सिंह भी कार्यक्रम मों मौजूद थे। कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए श्रीकांत शर्मा ने बिजला समस्या के निपटारे के लिए 1912 फोन नंबर की हेल्पलाइन संख्या का एलान किया। इस पर उपभोक्ता बिजली से जुड़ी अपनी समस्याएं दर्ज करा सकते हैं। इस मौके पर 8 उप केन्द्रों का लोकार्पण भी किया गया। शर्मा ने बताया कि आज से ही प्रदेश में ई-बिलिंग की शुरुआत हो जाएगी।

सहमति पत्र पर हस्ताक्षर के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बाबा भीमराव अंबेडकर की जयंती पर केन्द्र और राज्य सरकार ने उनके सपनों को साकार करने के लिए ये समझौते किए हैं। उन्होंने कहा कि अब प्रदेश के हरेक गांव को बिजली मुहैया कराई जाएगी। योगी ने प्रधानमनंत्री नरेन्द्र मोदी के सपनों का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि मोदी जी ने भी राज्य के हर गांव के लिए 24 घंटे बिजली देने का सपना देखा था, जो साकार हो रहा है।

गौरतलब है कि यूपी चुनाव का प्रचार करते हुए पीएम मोदी ने बिजली का मुद्दा उठाया था। उन्होंने आरोप लगाया था कि अखिलेश यादव की सरकार बिजली देने में भेदभाव करती है। इस पर खूब राजनीति हुई थी।