नई दिल्ली: दिल्‍ली के मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मतदान के दौरान इलेक्ट्रिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) से छेड़छाड़ के अपने पुराने आरोप को फिर से दोहराया है। उन्‍होंने अब कहा कि ईवीएम से छेड़छाड़ के आरोपों से इनकार नहीं किया जा सकता। उन्‍होंने एनडीटीवी से इंटरव्यू में कहा, ”मैं आईआईटी से इंजीनियर हूं, मैं ईवीएम से छेड़छाड़ के 10 रास्‍ते बता सकता हूं। जब पुणे में एक निर्दलीय उम्‍मीदवार को जीरो वोट मिले और उसने पूछा कि उसके वोट कहां गए तो फिर हम ईवीएम पर सवाल क्‍यों नहीं उठाए। हम अपनी आंखें बंद नहीं कर सकते।” बता दें कि केजरीवाल सहित आम आदमी पार्टी के कई नेता ईवीएम से छेड़छाड़ के आरोपों को लेकर काफी आक्रामक हैं। इस मुद्दे पर उसने चुनाव आयोग पर भाजपा की मदद करने का आरोप भी लगाया है। उनका कहना है कि आयोग धृतराष्‍ट्र बना हुआ है। वे लगातार ईवीएम की बजाय बैलेट पेपर से मतदान कराने की मांग करते रहे हैं।

दिल्‍ली की राजौरी गार्डन सीट पर हुए उपचुनाव में आप की हार के बारे में केजरीवाल ने कहा कि भाजपा आम आदमी पार्टी को तोड़ने के लिए पूरी ताकत लगा रही है। जरनैल सिंह के इस्‍तीफा देने से राजौरी गार्डन की जनता नाराज थी। इसके चलते आप को हार झेलनी पड़ी। यह कोई ट्रेलर नहीं है। हालांकि इससे एमसीडी चुनावों पर कोई असर नहीं पड़ेगा। उन्‍होंने कहा, ”भाजपा का एकमात्र लक्ष्‍य आप को हराना है। वे हमें तोड़ना चाहते हैं। पिछले 10 साल में एमसीडी में उन्‍होंने कोई काम नहीं किया है।”

गौरतलब है कि राजौरी गार्डन उपचुनाव भाजपा ने जीता है। यहां पर आप तीसरे पायदान पर रही और उसके उम्‍मीदवार की जमानत भी जब्‍त हो गई। यह सीट आप विधायक जरनैल सिंह के इस्‍तीफे के बाद खाली हुई थी। वे पंजाब विधानसभा का चुनाव लड़ने के लिए चले गए थे। अरुण जेटली के मानहानि के केस में महंगे वकील को नियुक्‍त करने के सवाल पर दिल्‍ली के मुख्‍यमंत्री ने कहा कि इसमें कुछ गलत नहीं हैं। यह केस उनके खिलाफ दर्ज हुआ क्‍योंकि उनका बयान एक मुख्‍यमंत्री के रूप में था।