नयी दिल्लीः गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि पाकिस्तान में मौत की सजा सुनाये गये पूर्व नौसेना अधिकारी कुलभूषण जाधव को न्याय दिलाने के लिये भारत हरसंभव कदम उठायेगा. सिंह ने आज कहा कि विदेश मंत्री सुषमा स्वराज पहले ही इस मामले में भारत सरकार का रख स्पष्ट कर चुकी हैं और वह भी इस विषय पर संसद में दिये गये अपने बयान पर कायम हैं.

केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल के यहां आयोजित एक कार्यक्रम के बाद उन्होंने कहा कि ‘‘जाधव को न्याय दिलाने के लिये हम किसी भी सीमा तक जा सकते हैं.’’ जाधव को पाकिस्तान की सैन्य अदालत ने हाल ही में जासूसी और गड़बड़ी फैलाने के आरोप में मौत की सजा सुनायी थी. कश्मीर में सीआरपीएफ के जवान के साथ मारपीट की घटना से जुड़े सोशल मीडिया में वायरल हुये एक वीडियो के बारे में पूछे जाने पर सिंह ने कहा कि मंत्रालय ने इस पर संज्ञान लिया है.
विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘भारत को इस बारे में कोई जानकारी नहीं है कि कुलभाषण जाधव कहां हैं और किस हाल में हैं. हम उन्हें वापस लाने के हरसंभव प्रयास कर रहे हैं लेकिन हम उन कदमों को सार्वजनिक नहीं कर सकते जो हम उठाएंगे.’

मंत्रालय के अनुसार, ‘हम इस अति महत्वपूर्ण मुद्दे पर अपने उच्चायोग के माध्यम से पाकिस्तान के साथ संपर्क में हैं.’ जाधव को पाकिस्तान में फांसी की सजा सुनाये जाने के मुद्दे ने दोनों देशों के बीच तनाव और बढ़ा दिया है. भारत ने पाकिस्तान को चेतावनी दी है कि इसका असर दोनों देशों के संबंधों पर पड़ सकता है तथा सरकार उन्हें बचाने के लिए अपनी हदों से आगे जाकर प्रयास करेगी.
कुलभूषण जाधव की सजा पर यूएन का टिप्पणी से इंकार

संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेज के प्रवक्ता स्टीफन डुजैरिक ने जाधव को पाकिस्तान की सैन्य अदालत की ओर से सुनाई गई मौत की सजा पर पूछे गए सवाल के जवाब में कल दैनिक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘इस मामले विशेष में हम प्रक्रिया पर निर्णय लेने या इस पर कोई रूख अख्तियार करने की स्थिति में नहीं हैं.’ सैन्य अदालत ने जाधव को आतंकवाद और जासूसी में उनकी कथित संलिप्तता को लेकर सेना कानून के तहत सजा सुनाई गई है.