नई दिल्ली: आज झारखण्ड की राजधानी मेँ जिस तरह का की घटना घटी है उससे यक़ीनन अमन खतरे मेँ है यह बात ऑल इंडिया उलेमा मशाइख बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष हज़रत सय्यद मोहम्मद अशरफ किछौछवी ने दिल्ली मेँ कही। जानकारी के अनुसार जिस तरह के गाने बजाने को लेकर यह विवाद हुआ जिसके बोल ऐसे हैं "जिस दिन जाग उठा हिंदुत्व तो यह अंजाम बोलेगा, कि टोपी वाला भी सर झुका के जय श्री राम बोलेगा " मस्जिद के पास आकर इस गीत का बजाया जाना समुदाय विशेष को उकसाने वाला है। हज़रत मौलाना ने उक्त घटना पर खेद जताते हुए कहा कि आज हज़रत अली का जन्मोत्सव है जिन्होंने बताया था कि किसी राज्य का शासन कैसा है अगर ये समझना है तो वहां के अल्पसंख्यकों की स्थिति देख लो। एक अच्छे राज्य और शासन व्यवस्था का अर्थ है की वहां अल्पसंख्यक बिना भय के सुखी रहता हो लेकिन जिस तरह का माहौल प्रदेश में बन रहा है यह विकास का माहौल तो नहीं है नफरतो के ज़रिये विनाश का माहौल ज़रूर है और राज्य सरकार को इस पर ध्यान देना चाहिए।

झारखण्ड ही नहीं उड़ीसा के भद्रक मेँ जिस तरह उत्पाती भीड़ ने समुदाय विशेष को निशाना बनाया और पुलिस पर भी हमलावर हुई उससे एक दहशत का माहौल बनाया जा रहा है जो देश के लिए सही नहीं है इन घटनाओ पर रोक लगनी चाहिए। सरकार को इस ओर ध्यान देना चाहिए ताकि हमारी साँझा सांस्कृतिक विरासत को महफूज़ रखा जा सके।

झारखंड मेँ जिस तरह की घटनायें बीते दिनों से सुनाई दे रही हैं उससे पूरा मुस्लिम समुदाय आशंकित है और अविश्वास की भावना से घिरा हुआ है सरकार इसे तुरंत समाप्त कर विश्वास बहाल करे और इस प्रकार के तत्वों पर कठोर कार्यवाही की जाये। हज़रत मौलाना किछौछवी ने कहा की वह इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री से भी बात करेंगे। ये प्यारा हिन्दोस्तान सबका है हमारा भी फ़र्ज़ है कि अमन बहाल करने के लिए हर संभव प्रयास किया जाये और हर हाल मेँ नफरतों को समाप्त किया जाये। ऑल इण्डिया उलेमा मशाइख बोर्ड मुसलमानो से अपील करता है की सब्र और तहम्मुल से काम ले किसी भी हाल मेँ अमन को नुक्सान पहुंचने वाला कदम न उठाएं साथ ही सरकार से बोर्ड मांग करता है कि दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही की जाये।