एक अनार सौ बीमार की कहावत चरित्रार्थ तमाम को मिली निराशा

सुलतानपुर। बीएस 3 मानक वाले वाहनों पर सुप्रीम कोर्ट का ब्रेक लगाने के
चलते दो पहिया व चार पहिया वाहनों की कम्पनियों ने अपनी गाड़ी बेचने के
लिए भारी छूट दी। तो एजेंसियों पर खरीददारों की भारी भीड़ जमा हो गयी।
धनतेरस व दीपावली पर उतनी भीड़ नही दिखती थी। जितनी आज भीड़ दिखाई पड़ी।
स्थिति यह रही कि एजेंसियों के खुलने के थोड़ी ही देर बाद स्टाक खत्म हो
जाने का बोर्ड लग गया। शहर से लेकर ग्रामीणांचलों की एजंेसियों पर
ग्राहको को निराशा हाथ आई।

बीते 29 मार्च को ज्यादा प्रदूषण फैलाने वाले बीएस 3 मानक के
वाहनों को सुप्रीम कार्ट ने कोई भी छूट देने से साफ इंकार कर दिया। ऐसे
वाहनों को कुुछ और समय तक बेचने की आटो निर्माता कम्पनियों और डीलरों की
मांग को ठुकराते हुए कार्ट ने स्पष्ट कर दिया कि 1 अप्रैल 2017 से बीएस 3
मानक वाले वाहनों की बिक्री नही होगी। 31 मार्च तक खरीदे गए
गाडियों का पंजीयन आरटीओ कार्यालय में फीड होने पर ही हो सकेगा। 1 अप्रैल
से परे देश में बीएस 4 मानक पूरा करने वाले दो पहिया, तीन पहिया व चार
पहिया वाहन बेेचे जा सकेगेें। सुप्रीम कोर्ट का यह आदेश आते ही वाहन
कंपनियों के मालिक सकते मे आ गए। डम्प किए गए वाहनों की बिक्री के लिए
गुरूवार की सुबह से ही निर्धारित रेट से बीस से तीस प्रतिशत की छूट देने
का ऐलान कर दिया। दो पहिया व चार पहिया वाहनों के दामों में भारी छूट की
खबर पाते ही एजेंसियों पर खरीददारों की भीड़ लग गयी। गुरूवार को शहर व
ग्रामीण क्षेत्रों की एजंेसिायों पर काफी संख्या में दो पहिया व चार
पहिया वाहन बिके। शुक्रवार की सुबह से ही शहर के हीरो एजंेसी महावीर एण्ड
संस व अमहट रोड पर जैन आटो सेल्स पर ग्राहकोें की भीड़ लग गयी। लगभग 10
बजे एजंेसी खुली तो हजारों ग्राहक घेरे थे। ऐसे में कोतवाली पुलिस को भी
मौके पर पहुंचना पड़ा लगभग 12 बजे तक नो स्टाक का बोर्ड लग गया जिसके चलते
ग्राहकों को निराशा हाथ लगी। शहर से बाजार व बाजार से शहर तक लोग गाड़ी
खरीदने के लिए दौड़ते रहे।