कैबिनेट मीटिंग में मंत्रियों से मर्यादित आचरण का योगी ने किया अनुरोध

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी ने आज यहां लोक भवन में आयोजित एक बैठक में अपने मंत्रिमण्डल के सहयोगियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि जनता ने ‘गुड गवर्नेंस’ के लिए हमें प्रचण्ड बहुमत दिया है। इसलिए अब हम सभी की यह जिम्मेदारी है कि लोगों को हम ऐसी चुस्त-दुरुस्त व्यवस्था उपलब्ध कराएं, जिसमें उनके सभी कार्यों एवं समस्याओं का त्वरित निस्तारण सम्भव हो सके और उन्हें राहत मिल सके।

मुख्यमंत्री ने सभी मंत्रियों से मर्यादित आचरण करने का अनुरोध करते हुए कहा कि वे अपने आवंटित विभागों के प्रमुख सचिवों, सचिवों, विभागाध्यक्षों से सामंजस्य स्थापित करते हुए विभागों की कार्य संस्कृति में बदलाव लाएं। लोगों की समस्याओं के निदान के लिए यह आवश्यक है कि सभी विभाग प्रभावी रूप से काम करें। विभागों में किसी भी कार्य को करने के लिए निर्धारित समय-सीमा निश्चित की जाए और उसका चार्टर तैयार किया जाए। इसी प्रकार पत्रावलियों का निपटारा भी समयबद्ध ढंग से किया जाए। पत्रावलियों की इन्डेक्सिंग की व्यवस्था सुनिश्चित हो।

श्री योगी ने कहा कि मंत्रियों/जनप्रतिनिधियों का सभी से व्यवहार सद्भावनापूर्ण एवं गरिमापूर्ण होना चाहिए। उन्होंने अपने मंत्रिमण्डलीय सहयोगियों से कार्यालय समय का अनुपालन तथा कार्यालय में अपनी उपलब्धता सुनिश्चित करने की भी अपेक्षा की। उन्होंने कहा कि विभागीय मसलों पर आवश्यक दिशा-निर्देश आमने-सामने दिये जाएं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी मंत्रिगण अपने कार्यालय 09ः30 बजे पहुंचकर आधे घण्टे का समय कार्यालय परिसर की स्वच्छता सुनिश्चित करने में नियमित रूप से लगाएं। उन्होंने कहा कि स्वच्छता अभियान को प्रधानमंत्री द्वारा अत्यधिक प्रमुखता दी गयी है, ऐसे में हम सबकी जिम्मेदारी है कि हम इसे हर स्तर पर सुनिश्चित करें। उन्होंने सभी विभागों में स्वच्छता की शपथ दिलवाने के लिए भी कहा। उन्होंने कहा कि सरकारी कार्यालयों के परिसर में गुटखा, पान, धूम्रपान इत्यादि के प्रयोग पर पूर्ण प्रतिबन्ध लगाया जाए, साथ ही कार्यालयों में स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराया जाए। कार्यालय में आने-जाने के समय 09ः30 बजे से शाम 6 बजे तक का सख्ती से अनुपालन सुनिश्चित किया जाए। अनुशासनहीन अधिकारियों, कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए, क्योंकि जनता की अपेक्षाओं पर खरा उतरने के लिए यह आवश्यक है कि सभी कार्यालय अपने-अपने दायित्वों का निर्वाह भली-भांति करें। सभी विभागों में ‘सिटिज़न चार्टर’ लागू किये जाएं और उनका अनुपालन सख्ती से सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने फाइलों के मूवमेंट पर तिथि एवं समय डालकर उनकी ट्रैकिंग भी सुनिश्चित करने पर बल दिया। उन्होंने सभी मंत्रियों से आवंटित विभागों में औचक निरीक्षण करने के लिए भी कहा। उन्होंने कहा कि सरकार इस ढंग से कार्य करे कि लोगों को महसूस हो कि प्रदेश की कार्य संस्कृति में बदलाव आया है और कानून का राज स्थापित हो गया है।

श्री योगी ने कहा कि पुलिस थानों ने अपने स्तर पर ही एण्टी रोमियो स्क्वायड गठित कर कार्रवाई शुरू कर दी है। अभी इसे और प्रभावी तथा व्यापक बनाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी जनपदों में ऐसे स्थलों को चिन्हित कर लिया जाए, जहां पर ऐसी घटनाएं लगातार घट रही हैं और वहां पर एक महिला कांस्टेबिल को सादे कपड़ों में तैनात किया जाए। साथ ही, कुछ और कांस्टेबिलों को सादे कपड़ों में तैनात किया जाए ताकि घटना घटित होते ही तुरन्त कार्रवाई की जाए। उन्होंने यह भी सुनिश्चित करने के लिए कहा कि किसी लड़के-लड़की को अनावश्यक परेशान न किया जाए। पूरे जिले में पुलिस वाले लगातार गश्त करें ताकि महिलाओं को रात में भी आने-जाने में कोई दिक्कत न हो।

मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया के प्रभाव का जिक्र करते हुए कहा कि इसका ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल कर लोगों से सम्पर्क और संवाद स्थापित किया जाए। सभी मंत्री अपने साथ एक ऐसा टेक्नोक्रैट रखें, जो सोशल मीडिया के प्रयोग में पारंगत हो और लोगों तक सही जानकारी शीघ्रता से पहुंच सके। उन्होंने कहा कि सभी विभागों में रिटायर्ड लोगों के री-इम्प्लाॅयमेण्ट की समीक्षा की जाए और यदि किसी व्यक्ति के पास कोई विशेषज्ञता है तभी उस पर पुनर्विचार किया जाए। उन्होंने शीघ्र ही सरकारी नौकरियों पर भर्ती कराने के लिए कहा।

श्री योगी ने कहा कि पिछली सरकार द्वारा चुनाव की घोषणा के बाद भी अनेक फैसले लिये, जो अनैतिक था। कई मदों में धनराशि भी रिलीज की गयी। उन्होंने कहा कि ऐसे सभी मसलों की समीक्षा की जाए और 5 करोड़ रुपये से ऊपर के भुगतान से सम्बन्धित फाइल मुख्यमंत्री कार्यालय भेजी जाए। उन्होंने प्रदेश के नगर निगमों की कार्य संस्कृति को भी बदलने की दिशा में आवश्यक कार्रवाई करने के लिए कहा। उन्होंने प्रदेश में चल रहे अवैध कत्लखानों को तत्काल बन्द करवाने के लिए कहा। उन्होंने यह भी कहा कि जिन बूचड़खानों के पास लाइसेंस है, उसमें यह सुनिश्चित किया जाए कि लाइसेंस की शर्ताें का अनुपालन हो रहा है या नहीं। यदि लाइसेंस होल्डर द्वारा अनुपालन सुनिश्चित नहीं किया जा रहा है, तो ऐसे बूचड़खानों को तुरन्त बन्द करने की कार्रवाई की जाए। गैर-लाइसेंसी मीट शाॅप को भी तत्काल प्रभाव से बन्द किया जाना सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि यह भी सुनिश्चित किया जाए कि किसी भी धार्मिक स्थल से इन दुकानों की उचित दूरी हो। उन्होंने मुख्य सड़कों, अन्य सड़कों व अप्रोच रोड इत्यादि के नजदीक भी मांस की बिक्री पर रोक लगाने के निर्देश दिये। उन्होंने खुले में मांस की बिक्री को जनता के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ बताया।

श्री योगी ने इलाहाबाद शहर की सभी स्ट्रीट लाइटों को एल0ई0डी0 लाइट्स से तत्काल रिप्लेस करने को कहा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जनता की आकांक्षाओं के अनुरूप उत्तर प्रदेश का विकास राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। सुशासन और विकास के माध्यम से राज्य सरकार प्रदेश की छवि निखारने तथा कमजोर एवं गरीब वर्गों का जीवन स्तर बेहतर बनाने का कार्य करेगी। उन्होंने इस बात पर विशेष बल दिया कि ‘सबका साथ, सबका विकास’ के संकल्प को साकार करने के लिए हम सबको टीम भावना के साथ कार्य करना है।