इलाहाबाद: उत्तर प्रदेश की कानून-व्यवस्था दुरुस्त करने का वादा करने वाली बीजेपी ने रविवार दिन में योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में सरकार का गठन किया और शाम में बीएसपी नेता की गोली मारकर हत्या कर दी गई. इलाहाबाद के मऊआइमा कस्बे में बसपा नेता और पूर्व ब्लॉक प्रमुख मोहम्मद समी की हत्या कर दी गई. वारदात के समय समी अपने ऑफिस में बैठे हुए थे. कुछ हमलावरों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर उनकी हत्या कर दी. समी की मौके पर ही मौत हो गई. इस घटना से आसपास के क्षेत्रों में तनाव फैल गया है. हत्या के बाद कस्बे के चौराहे पर मऊआइमा बड़ी संख्या में लोग जमा हो गए और सूचना के बाद पुलिस पीएसी के अलावा आरएएफ जवान भी मौके पर तैनात कर दिए गए.

इस मामले में तीन लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज की गई है. इस हत्याकांड के पीछे सियासी अदावत की आशंका जताई जा रही है. मोहम्मद समी विधानसभा चुनाव से ठीक पहले समाजवादी पार्टी से बीएसपी में शामिल हुए थे. हत्याकांड के बाद समी के बेटे ने बीजेपी और विश्व हिंदू परिषद से जुड़े लोगों के खिलाफ लिखित शिकायत दी है. इनमें एक शख्स का नाम अभिषेक यादव है, जिसपर मुहर्रम की मजलिस में बुर्का पहन कर लड़कियों के बीच पहुंचने का आरोप था. उस दौरान भीड़ ने अभिषेक की पिटाई कर दी थी. बताया जा रहा है कि इस घटना के बाद वह समी से अदावत रखने लगा था.

शमी सपा के टिकट पर बाहुबली विधायक राजा भैया के खिलाफ चुनाव लड़ चुके थे. सपा छोड़कर बसपा में आए शमी इस बार के विधानसभा चुनाव में बीजेपी समर्थक उम्मीदवार सुजीत कुमार मौर्य से सिर्फ 4 वोटों से हारे थे.

इस मामले में बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने कहा कि यूपी में सपा रहे या बीजेपी कोई यहां कानून-व्यवस्था नहीं सुधार सकता. केवल बीएसपी ही उत्तर प्रदेश में कानून का राज ला सकती है.