नई दिल्‍ली: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों में मिली करारी शिकस्‍त के बाद समाजवादी पार्टी में मंथन जारी है. अखिलेश यादव के चाचा और मार्गदर्शक रामगोपाल यादव ने इस हार के पीछे पार्टी में अपने ही लोगों द्वारा अंदरखाने ही नुकसान पहुंचाने को इसकी मुख्‍य वजह बताया है. उन्‍होंने कहा है कि 'किसी को भी बख्‍शा नहीं जाएगा.' गौरतलब है कि समजावादी पार्टी को इस बार विधानसभा चुनाव में 50 से भी कम सीटें मिली हैं जबकि 2012 में हुए पिछले चुनाव में उसे 200 से ज्‍यादा सीटें मिली थीं. बीजेपी ने इस बार शानदार जीत दर्ज करते हुए अकेले ही 312 सीटें जीत लीं तथा उसके सहयोगियों के साथ मिलाकर गठबंधन के खाते में 325 सीटें हैं. रामगोपाल यादव ने कहा, ‘हम लोग पार्टी-विरोधी गतिविधियों में शामिल लोगों की पहचान के लिए सभी उम्मीदवारों से लेकर जिलाध्यक्षों तक से फीडबैक लेंगे. गलत करने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. किसी को भी छोड़ा नहीं जाएगा.’

हालांकि उन्‍होंने किसी का नाम तो नहीं लिया लेकिन उनकी टिप्‍पणी को अखिलेश के दूसरे चाचा शिवपाल यादव और उनके समर्थकों से जोड़कर देखा जा रहा है. गौरतलब है‍ कि चुनावों से पहले यादव परिवार में पार्टी पर वर्चस्‍व को लेकर अखिलेश और शिवपाल यादव के बीच जमकर विवाद हुआ था.

जब रामगोपाल यादव से पूछा गया कि क्या आपको लगता है कि विधानसभा चुनावों में पार्टी के अंदर से भी नुकसान पहुंचाने की कोशिश की गयी तो उन्‍होंने कहा, 'कुछ लोगों ने हमें नुकसान पहुंचाया और उसकी वजह से कई जगह हमारे उम्मीदवार हारे.' ऐसे लोगों की पहचान से जुड़े सवाल पर उन्‍होंने कहा, 'समाजवादी पार्टी की मीटिंग बुलाई गयी है. उम्मीदवार सब बता देंगे. हर उम्मीदवार और ज़िला अध्यक्ष से पूछा जाएगा कि किसने गड़बड़ियां कीं और जब ये तय हो जाएगा कि निश्चित तौर पर इन लोगों ने गड़बड़ियां की थीं तब उन सभी के खिलाफ कार्रवाई होगी. किसी को बख्‍शा नहीं नहीं जाएगा.'