आसिफ मिर्जा

लखनऊ. गैंगरेप के आरोपी गायत्री प्रजापति धन कुबेर से कम नही हैं। चुनाव जीतने के बाद यह फर्श से अर्श पर पहुँच गए। बुधवार सुबह लखनऊ में गिरफ्तार हुए। उन्हें एसटीएफ ने गिरफ्तार किया। गायत्री गैंगरेप के आरोपों के बावजूद यूपी इलेक्शन 2017 में लड़े थे। उन्हें अमेठी से करारी हार झेलनी पड़ी। अखिलेश के इस मंत्री के कारनामे ऐसे बोले कि पार्टी की हार के बाद भी उनकी गूंज सुनाई दे रही है।

बीपीएल कार्ड से की थी करियर की शुरुआत, आज है 942 करोड़ की संपत्त‍ि

  • सोशल एक्टिविस्ट नूतन ठाकुर के मुताबिक यूपी सरकार में गायत्री प्रजापति के करियर का ग्राफ दस साल में फर्श से अर्श तक पहुंच गया।
  • साल 2002 में वो बीपीएल कार्ड धारक हुआ करते थे, लेकिन अब उनकी संपत्त‍ि 942 करोड़ पहुंच गई है।
  • खबरों के मुताबिक करीब 13 कंपनियों उनके अंडर चलती हैं।
  • 2017 के चुनावी हलफनामे में उनकी संपत्ति 10 करोड़ है, जबकि पिछली बार 1.83 करोड़ की घोषणा की थी।

पत्नी भी करती है बिजनेस

  • गायत्री के बिजनेस में उनकी पत्नी महराजी भी शामिल हैं।
  • गायत्री की पत्नी के बालाजी कॉर्पोरेशन प्राइवेट लिमिटेड नाम की कंपनी में इन्वेस्टमेंट हैं।
  • उन्होंने इस कंपनी में 60 लाख रुपए का इन्वेस्टमेंट शो किया है।
  • इसके अलावा महराजी ने अविनाश वैश्य, दिनेश वैश्य, जगदीश, मंजू, शरद वैश्य, सुमित वैश्य और डीबी पटवा नाम के व्यक्तियों को 47 लाख 65 हजार का लोन दिया है।
  • करीबियों की संपत्ति में भी हुआ इजाफा
  • मंत्री गायत्री के करीबियों में शुमार लोगों की संपत्ति भी कई गुना बढ़ गई है। जाँच हुई तो इनके करीबी भी आय से अधिक संपत्ति में फंस सकते है।