महिलाएं जिन्होंने अपने सपनों को साकार किया है, 50 महिलाएं जिन्होंने सामाजिक दबाव और ज़बरदस्त संघर्ष के बावजूद कामयाबी हासिल की है, 50 महिलाएं जिन्होंने ज़िन्दगी की मुश्किलों का मुकाबला करते हुए एक नया मुकाम़ पाया है, 50 महिलाएं जिन्होंने भीड़ से बिल्कुल अलग अपना नाम कमाया है। वीमेन आॅफ प्योर वंडर ऐसी ही किताब है जिसकी थीम- बोल्ड, ब्रिलिएन्ट, ब्रेव भारत की गुमनाम महिलाओं की प्रेरक कहानियों पर रोशनी डालती है।

वोडाफोन फाउन्डेशन ने वीमेन आॅफ प्योर वंडर सीरीज़ के माध्यम से इरोम शर्मिला, लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी, सीमा राव, निवेदिता भसीन, तसलीम फातिमा, फोगाट बहनों, शुभा मुदगल, तानिया सचदेव सहित 50 महिलाओं के असाधारण योगदान को सम्मानित किया। मौका अन्तरराष्ट्रीय महिला सप्ताह के जश्न का था, जिसमें काॅफी टेबल बुक वीमेन आॅफ प्योर वंडर के चैथे संस्करण का लाॅन्च किया गया। ‘बोल्ड, ब्रिलिएन्ट, ब्रेव’ की थीम पर आधारित इस पुस्तक का लाॅन्च वोडाफोन इण्डिया के एमडी एवं सीईओ श्री सुनील सूद की मौजूदगी में किया गया।

पहले तीन संस्करणों की कामयाबी के बाद चौथे संस्करण का लाॅन्च किया गया है जो कई अनसुनी और गुमनाम महिलाओं की कामयाबी की कहानी पर प्रकाश डालता है। इस साल की पुस्तक की थीम है ‘बोल्ड, ब्रिलिएन्ट, ब्रेव’ जिसमें जीवन के विविध क्षेत्रों और विभिन्न सामाजिक-आर्थिक पृष्ठभूमि से जुड़ी 50 कामयाब महिलाओं की प्रेरक कहानियां शामिल हैं।

इस मौके पर वोडाफोन इण्डिया के एमडी और सीईओ सुनील सूद ने कहा, ‘‘पुरूषों और महिलाओं के बीच अवसरों के लिए भेदभाव एक बड़ी चुनौती है, लेकिन हमारा मानना है कि मोबाइल तकनीक इस समस्या के समाधान में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। वोडाफोन में हम महिलाओं को सशक्त बनाने और समान अवसर उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हम महिलाओं को सभी विषमताओं से बाहर लाकर समाज में उनके उत्थान में योगदान देना चाहते हैं। वीमेन आॅफ प्योर वंडर सीरीज़ उन बहादुर महिलाओं की कहानियों को उजागर करती है जिन्होंने जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में सकारात्मक बदलाव लाकर दूसरों को भी प्रेरित किया है। इस साल हम ‘बोल्ड, ब्रिलिएन्ट, ब्रेव’ की अवधारणा पर इन महिलाओं की प्रेरक कहानियों को पाठकों के लिए लेकर आए हैं।’’