इम्फाल: नोंगथोमबाम बीरेन सिंह बुधवार सुबह मणिपुर में भाजपा के पहले मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगे. राजभवन के सूत्रों ने कहा कि वह राजभवन में आयोजित एक समारोह में सुबह 10.30 बजे शपथ ग्रहण करेंगे. बीरेन के साथ एक-दो निर्वाचित सदस्य भी शपथ ले सकते हैं.

इस संबंध में औपचारिक सूचना आनी अभी बाकी है. राष्ट्रीय और क्षेत्रीय भाजपा नेता शपथ ग्रहण समारोह में उपस्थित हो सकते हैं. इस बीच कांग्रेस नेता भी अपनी रणनीति में जुटे हुए हैं. पूर्व मुख्यमंत्री ओकराम इबोबी सिंह ने कहा कि हमने अगली सरकार बनाने का दावा पेश किया है.

मणिपुर में बीरेन होंगे भाजपा के पहले सीएम, ये चार विधायक बिगाड़ सकते हैं खेल भाजपा की सरकार के रास्ते में एक रोड़ा यह आ अटका है कि नगा पीपुल्स फ्रंट ने अपने चारों विधायकों के लिए मंत्री पद मांगा है.
हालांकि, इबोबी सिंह की आशा धूमिल होती दिख रही है, क्योंकि गैर कांग्रेसी दलों के सभी सदस्य और एक मात्र निर्दलीय विधायक ने भाजपा को समर्थन दे दिया है और कांग्रेस 28 से आगे अपनी संख्या बढ़ाने में सक्षम नहीं है.

इबोबी सिंह ने नेशनल पीपुल्स पार्टी पर अपनी उम्मीदें लगा रखी हैं, जिसके पास चार विधायक हैं. लेकिन एनपीपी के महासचिव विवेकराज वांगखेम ने कहा कि हमने भाजपा को समर्थन दिया है और यह अंतिम निर्णय है.

इधर, भाजपा की सरकार के रास्ते में एक रोड़ा यह आ अटका है कि नगा पीपुल्स फ्रंट ने अपने चारों विधायकों के लिए मंत्री पद मांगा है. पहले यह सहमति बनी थी कि यह पार्टी बाहर से भाजपा को समर्थन देगी. एनपीएफ ने आगे कहा है कि चार अन्य नागा विधायकों को भी महत्वपूर्ण विभाग दिए जाने चाहिए.

भाजपा ने राज्य विधानसभा चुनाव में 21 सीटें जीती हैं. लेकिन एनपीएफ और एनपीपी के चार-चार विधायकों ने इसे समर्थन दे रखा है. इसके अलावा तृणमूल कांग्रेस व लोजपा के एक-एक विधायक तथा एक निर्दलीय विधायक का समर्थन भी भाजपा के पास है. कांग्रेस यहां पिछले 15 साल से सत्ता में थी.