नई दिल्ली: उत्‍तर प्रदेश विधानसभा चुनावों के अंतिम चरण के प्रचार के दौरान जिला मुख्यालय से लगभग 80 किलोमीटर दूर दुद्धी क्षेत्र में चाय की दुकान चलाने वाले बनारसी और उनकी पत्नी मंजू के लिए रविवार (5 मार्च) कुछ खास था। बनारसी के यहां खास मेहमान जो आये। करीब डेढ़ बजे कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी का काफिला बनारसी की चाय की दुकान पर रूका। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि राहुल सुरक्षा घेरा तोडकर वाहन से उतरे और चाय मांगी। बनारसी और उनकी पत्नी पहले तो आश्चर्य में पड़ गये लेकिन बाद में राहुल ने जब बातचीत शुरू की तो सामान्य हो गये। राहुल ने चाय की चुस्कियां भरते हुए बनारसी की पुत्री का नाम पूछा। बनारसी की बेटी ने जैसे ही बताया कि उसका नाम ‘प्रियंका’ है तो राहुल जोर से हंसे और बनारसी की बेटी से कहा, ‘‘तुम तो मेरी बहन हो।’’ यह कहकर उसे गले लगा लिया।

बातचीत के दौरान राहुल ने बनारसी के कामकाज और घर परिवार के बारे में जानकारी ली। राहुल को देखकर वहां भीड जमा हो गयी। राहुल ने उनसे भी बात की। कुछ उत्साही युवाओं ने राहुल के साथ ‘सेल्फी’ भी ली। इससे पहले राहुल गांधी ने 4 मार्च को वाराणसी में उत्‍तर प्रदेश के मुख्‍यमंत्री अखिलेश यादव और उनकी पत्‍नी डिंपल यादव के साथ रोड शो किया था। 5 मार्च को उन्‍होंने जौनपुर में रैली की। उत्‍तर प्रदेश में सपा और कांग्रेस ने गठबंधन कर रखा है। कांग्रेस यहां पर 103 सीटों पर चुनाव लड़ रही है।

उन्होंने कहा, ‘हम लोगों (सपा-कांग्रेस) के गठबंधन के बाद उनका (मोदी) चेहरा बदल गया है और अब वो नफरत फैलाने का काम कर रहे हैं लेकिन उत्तर प्रदेश में उन्हें इसका फायदा नहीं मिलने वाला है।’ राहुल ने कहा कि मोदी सिर्फ अमीरों का कर्ज माफ करते हैं, किसानों का नहीं। ‘वो (मोदी) जहां जाते हैं, रिश्ते बनाते हैं लेकिन रिश्ते बोलने से नहीं निभाने से बनते हैं।’ नोटबंदी के फैसले को लेकर मोदी सरकार की आलोचना करते हुए उन्होंने कहा कि काला धन रखने वाले किसी भी व्यक्ति को जेल में नहीं डाला गया। आज भी 94 फीसदी काला धन विदेश में है।