सुलतानपुर। दिल्ली के एम्स में भर्ती पीड़िता के बयान के बाद परिवहन
मंत्री गायत्री की परेशानी दिनों दिन बढती ही जा रही है। अमेठी पुलिस ने
मंत्री की सुरक्षा वापस लेने कीे पुष्टि कर दी है। शुक्रवार को चर्चा रही
कि शायद मंत्री दीवानी न्यायालय में आत्मसमर्पण कर दे। हालाकि दानी
गायत्री की भूमिका पूरी तरह विलेन के रूप में आ गई है। दावा किया जा रहा
है कि गिरफ्तारी के बाद कई दफन राज भी बाहर आ सकते है।
बलात्कार मामले में ज्यों ज्यों राजधानी की पुलिस का दायरा बढ़ता जा रहा
है त्यों त्यों परिवहन मंत्री गायत्री को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म
होता जा रहा है। गृह जनपद अमेठी में बहस का सिलसिला भी चल पड़ा है। कल तक
उनके आवास पर जमा होने वाली भीड़ भी आज नदारद है। सूत्रों के मुताबिक
मंत्री के पास अकूत सम्पत्ति मौजूद है। सुलतानपुर, फैजाबाद, लखनऊ समेत कई
जिलों में इनकी बेनामी सम्पत्ति भी मौजूद है। सूत्रों का दावा है कि यदि
इनकी गिरफ्तारी हुई तो कई राज उजागर होगें। शुक्रवार को चर्चा रही कि
मंत्री गायत्री सुलतानपुर न्यायालय में आत्मसर्मपण करने पहुंच रहे है। इस
अफवाह पर जिले भर की मीडिया न्यायालय पहुंच गई। हालांकि बाद में पता चला
कि यह सूचना भ्रामक थी।

परिवहन मंत्री गायत्री के चैखट पर जो भी पहुंचा है वह खाली हाथ नही लौटा
है। इसलिए अन्हे दानी मंत्री की संज्ञा दी गई है। बलात्कार के मामले में
फंसने के बाद इनकी छवि भोगी के रूप में देखी जा रही है।