नई दिल्ली: यूपी के कद्दावर मंत्री और अमेठी से सपा प्रत्याशी गायत्री प्रजापति की अभी तक गिरफ्तारी नहीं हुई है. वहीं शुक्रवार को यूपी के सीएम अखिलेश यादव ने एक टॉक शो के दौरान कहा है कि गायत्री को सरेंडर कर देना चाहिए. लेकिन सवाल ये खड़ा होता है कि आखिर गायत्री तक पुलिस क्यों नहीं पहुंच पा रही.
एक टीवी शो में अखिलेश ने कहा है, ‘’ गायत्री प्रजापति को भागना नहीं चाहिए. उन्हें तुरंत सरेंडर करना चाहिए. सरकार और पुलिस गायत्री को पकड़ने में सुप्रीम कोर्ट की पूरी मदद करेगी.

इस बीच, आरोपियों के देश छोड़ने की आशंका के चलते पुलिस ने उनके पासपोर्ट निरस्त कराने की कार्रवाई शुरू की है. अमेठी में गायत्री की सुरक्षा में लगे पुलिस के आधा दर्जन से ज्यादा जवानों को हटा लिया गया है.

महिला का आरोप है कि वह प्रजापति से लगभग 3 साल पहले मिली थी. उस समय मंत्री ने उसकी चाय में नशीला पदार्थ मिलाकर बेहोशी की हालत में उसके साथ रेप किया और उसकी तस्वीरें भी ले ली. महिला ने आरोप लगाते हुए कहा था कि इसके बाद प्रजापति ने उसको कई बार तस्वीरों के जरिए ब्लैकमेल करते हुए रेप किया.

गायत्री प्रजापति पर भ्रष्टाचार के कई आरोप हैं. उन्हें मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपने मंत्रिमंडल से बर्खास्त भी किया था. लेकिन बाद में दोबारा शामिल कर लिया. इस वक्त वो समाजवादी पार्टी के टिकट पर अमेठी से विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं.
गौरतलब है कि अभी कुछ दिन पहले ही आचार संहिता उल्लंघन का मामला भी देखने को मिला जब कानपुर से अमेठी ले जाई जा रही 4000 साड़ियों की एक खेप को पुलिस ने पकड़ा. बिल पर भी गायत्री प्रजापति का नाम था. इस मामले में केस दर्ज हुआ है.