आसिफ मिर्जा

सुलतानपुर। इसौली विधान सभा सीट भद्र परिवार की विरासत मानी जाती है। आजादी के बाद से यह सीट पूर्व विधायक इंद्र भद्र सिंह के पास आ गई। मिलनसारिता के चलते यह सीट दूसरे के पास नही जा पाई थी। इंद्र भद्र की हत्या के बाद बड़े बेटे सोनू सिंह ने विरासत संभालना शुरू कर दिया। वर्ष 2012 के चुनाव में यह सीट भद्र परिवार के हाथ से निकल गई। हलाकि सीट को बचाने के लिए सोनू के छोटे भाई मोनू ने पीस पार्टी से चुनाव लड़ा था। इस चुनाव में बाहुबली मोनू सिंह रालोद से चुनाव लड़ रहे है। जिन्हें जनता का सहयोग भी मिल रहा है।
बड़ी पार्टियां बन रही रोड़ा

बाहुबली मोनू की जीत में सपा बसपा और निर्दल प्रत्याशी शिव कुमार सिंह रोड़ा बन रहे है। हलाकि मोनू अपनी जीत तय मान रहे है। वजह यह है कि एक तरफ जहा युवाओं का सहयोग मिल रहा है तो दूसरी तरफ बड़े भाई पूर्व विधायक सोनू सिंह बीजेपी की बजाय अपने भाई को जिताने के लिये जुट गए है।

गरीबों के मसीहा थे इंद्र भद्र

मोनू सिंह के पिता इंद्र भद्र गरीबो के मसीहा माने जाते थे। यही वजह रही कि यह सीट इनकी धरोहर बन गई थी। हत्या के बाद मायंग ही नही पूरा जिला रोया था।