सुल्तानपुर। केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल का उड़न खटोला प्रशासनिक चूक के चलते नहीं उतर सका, जिससे उन्हें बैरंग वापस लौटना पड़ा। उन्हें सुनने के लिए जमा हजारों की भीड़ जहां मायूस होकर गई वहीं इसका असर कमजोर स्थित में दिख रहे बीजेपी उम्मीदवार पर भी पड़ा। मामला लम्भुआ विधानसभा सीट से जुड़ा है। यूपी असेम्बली इलेक्शन में यहां 5 सीटों पर पांचवे फेस में 27 फरवरी को इलेक्शन होना है। इसके लिए जनपद में बीजेपी उम्मीदवार के समर्थन में आज पहली बार किसी बड़े नेता की सभा आयोजित थी। बीजेपी ने इसके लिए लम्भुआ विधानसभा सीट के कन्हईपुर में सभा के लिए जगह चुनी थी। केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल को इस सभा को सम्बोधित करने के लिए बुलाया गया था। तय समय दिन के 2 बजे से कुछ देरी के बाद पायलेट ने दो बार प्लेन को लैंड करने की कोशिश किया लेकिन हेलिपैड में तकनीकि खराबी के चलते हेलिकाप्टर नहीं उतर सका।नतीजतन पायलेट उन्हें बैरंग ही लेकर वापस चला गया। हालाकि विपक्षी दलों का कहना है कि भीड़ कम देखकर केन्द्रीय मंत्री बैरंग वापस चली गई।

निर्णायक बैकवर्ड वोटबैंक पर डोरा डालने के लिए आयोजित थी सभा सूत्रों की मानें तो यहां बीएसपी और एसपी उम्मीदवार के मुकाबले में वीआरएस लेकर उतरे बीजेपी उम्मीदवार देवमणि दूबे कमजोर स्थित में थे। इस सीट पर ब्राह्मण वोटरों के बाद बैकवर्ड वोटबैंक निर्णायक भूमिका में हैं जिन पर डोरा डालने के लिए अनुप्रिया पटेल की सभा लगाई गई थी। केंद्रीय मंत्री को सुनने के लिए लम्भुआ के कन्हईपुर में हजारों की भीड़ जमा थी। आसमान में जब हेलिकाप्टर दिखाई दिया तो आई भीड़ की निगाहें उठ गई, इन्हें लगा कि जल्द ही मंत्री उनके बीच आकर कुछ बातें उनसे करेंगी। लेकिन हेलिपैड में खराबी के चलते मंत्री का उड़न खटोला जब बैरंग लौटा तो इस भीड़ के अरमानों पर पानी फिर गया।

सातवें आसमान पर पहुंचा बीजेपी उम्मीदवार का पारा

उधर अपनी कमजोर स्थित को मजबूत करने के लिए बीजेपी उम्मीदवार द्वारा आयोजित सभा न होने से उनका पारा सातवें आसमान पर पहुंच गया। बीजेपी उम्मीदवार देवमणि दूबे ने मीडिया से बात करते हुए प्रशासन को निशाने पर ले लिया। उन्होंने कहा कि प्रशासनिक अधिकारियों ने सभा न होने के लिए जानबूझ कर लापरवाही बरती। यही नहीं उन्होंने कहीं न कहीं सरकार को फाएदा पहुंचाने का भी आरोप लगाया।