लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने उत्‍तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी से गठबंधन की अटकलों को सिरे से खारिज कर दिया है। मंगलवार को कानपुर की एक रैली में मायावती ने कहा, ”बीजेपी सोशल मीडिया के जरिए अफवाह फैला रही है कि बीजेपी और बीएसपी राज्‍य में मिलकर सरकार बनाने जा रहे हैं।” मायावती ने कहा कि उनकी पार्टी विपक्ष में बैठना पसंद करेगी मगर बीजेपी का साथ नहीं लेगी। उन्‍होंने कहा, ”हम विपक्ष में बैठने को तैयार हैं मगर बीजेपी की मदद से सरकार नहीं बनाएंगे। सपा, कांग्रेस के साथ जाने का सवाल ही नहीं।” मायावती ने कानपुर में कहा, ”पहले चरण में बीएसपी को एकतरफा झमाझम वोट मिला है। बीएसपी नंबर एक पर रहेगी। बीजेपी व अन्‍य पार्टियों को बहुत कम सीटें मिलेंगी।” उन्‍होंने बीजेपी पर सीएम उम्‍मीदवार न घोषित करने को लेकर तंज कसते हुए कहा, ”बीजेपी सीएम का चेहरा तक न दे पाई।”

मायावती ने बीजेपी अध्‍यक्ष अमित शाह को भी आड़े हाथों लिया। उन्‍होंने कहा, ”मैं हवाहवाई बातें नहीं करती हूं। अमित शाह के चेहरे की हवाइयां उड़ गईं।” कानपुर में माया ने सपा के चुनावी नारे ‘काम बोलता है’ पर चुटकी लेते हुए कहा कि ‘सपा का काम नहीं, दंगे बोलते हैं।’ उन्‍होंने कहा, ”सपा सरकार में असुरक्षा व आतंक का माहौल रहा है। सपा सरकार में 500 से ज्‍यादा दंगे हुए हैं।” उन्‍होंने दलित उत्‍पीड़न का मुद्दा उठाते हुए कहा कि ”दलितों के दर्द से मुझे दर्द होता है। मैं रोहित वेमूला कांड नहीं भुला सकती।”

मायावती यूपी में चुनाव प्रचार के दौरान लगातार सपा और भाजपा पर निशाना साधती रही हैं। उन्‍होंने गाजियाबाद रैली में कहा था कि अगर यूपी में ‘भाजपा की सरकार बनी तो आरएसएस के इशारे पर आरक्षण खत्म कर दिया जाएगा।’ अखिलेश सरकार पर वार करते हुए उन्‍होंने कहा था कि “वर्तमान सरकार भ्रष्ट है और पांच साल में विकास के नाम पर सिर्फ अपराध व दंगा हुआ है। दादरी में हत्या, बुलंदशहर में दुष्कर्म और मुजफ्फरनगर में दंगा सपा की साजिश थी।”

बीएसपी के कुछ नेताओं द्वारा पार्टी छोड़ने पर मायावती ने कहा कि ”कुछ कारणवश हमारे लोग थोड़ी सी जल्‍दी कर गए।” उन्‍होंने कहा कि ”मायावती उसूलों और सिद्धांतों वाली लड़की है।”