लखनऊ: हब्बा ख़ातून का स्थान कश्मीर में वही है जो चित्तौड़ में मीराबाई का है। इसीलिए इन्हें कश्मीर की मीरा भी कहा जाता है। ये एक मामूली किसान के घर पैदा हुयीं और नारी शिक्षा के घोर विरोधी दौर में भी उच्च शिक्षा ग्रहण की। ये कश्मीरी साहित्य की विद्रोहणीं कवित्री रहीं जो बाद में कश्मीर के राजा युसुफ़ शाह चक की रानी बनीं और इतिहास में अविस्मरणीय गायिका और कवित्री के रूप में अमर हो गयीं।

इस दास्तान को राय उमानाथ बली प्रेक्षाग्रह के मंच पर कलाकारों ने फ़ैज़ाने-ए-रज़ा एजूकेशनल एण्ड कल्चरल सोसायटी के तत्वाधान में निर्माता अब्दुल अज़ीज़ सिद्दीकी तथा जाफ़र जै़क्शन और मधू सिंह माही के निर्देशन में नाटक प्रस्तुत किया नाटक में दिखाया गया था कि किस प्रकार उसे पढ़ाई के लिये समाज और परिवार का विरोध झेलना पड़ता है। पढ़ाई के कारण ही उसके परिवार वाले उसकी शादी एक लंगड़े आदमी से कर देते हैं। परंतु वह ससुराल में भी पढ़ाई नहीं छोड़ती है इस पर पति और ननद उसे घर से निकाल देते हैं तब कश्मीर का राजा युसुफ़ चक से उसकी मुलाकात होती है और वह विवाह कर उसे कश्मीर की मलिका बनाता है लेकिन जब बादशाह अकबर यूसुफ शाह चक को कैद कर लेता है तब हब्बा ख़ातून और यूसुफ़ शाह चक एक दूसरे की याद में तड़प कर जान दे देते हैं। इस सशक्त कहानी की लेखिका हैं सैय्यदा रिफ़अत शाहीन। जिन्होंने अपने लेखन के जरिये दर्शकों के सामने हब्बा ख़ातून के जीवन को बहुत ही अच्छे अंदाज में प्रस्तुत किया। नाटक की प्रमुख भूमिका में जै़नब ज़ावेद ने ज़ून की भूमिका अदा की, शुभम कश्यप ने यूसुफ़ शाह चक, राजेंद्र गुप्ता ने याकूब, सोनिया यादव ने मलिका, आरती हिंद ने शीन, जाफर जैक्शन ने अज़ीज़ लून, मधू सिंह माही ने जै़नब, अर्च आराध्य ने मलंग, शाह नवान अहमद खान ने हकीम, मनोज चौरसिया ने शकूरा, सत्यम प्रजापति ने ताहिर, विकास दूबे ज़मील, मुस्कान जोशी ने छोटी जू़न, राधा जोशी ने माँ, श्रवण जोशी ने बाप, रजनीश जोशी ने सिपाही, अवनीश जोशी ने सिपाही प्रशांसू साहू ने सिपाही, सुधांशू साहनी ने सिपाही, मानसी जोशी ने छोटी शीन का अभिनय किया।

इस कार्यक्रम का उद्घाटन हिंदी संस्थान के निदेशक मनीष शुक्ल ने किया, इस अवसर पर सात लोगों को सम्मानित भी किया गया। इसमें सर्वप्रथम रहमान खान को बेस्ट डायरेक्टर का खिताब दिया गया, इदरीस मोहन को बेस्ट एक्टर, आमिर मुख्तार को बेस्ट एंकर, डॉ. जीशान ज़ैदी को बेस्ट राइटर, ज़ाफ़र जै़क्शन को बेस्ट इंवेट, मधू सिंह माही को बेस्ट कोरियोग्राफर तथा सैय्यदा रिफ़अत शाहीन को बेस्ट लेखक का खिताब दिया गया।

इस अवसर पर आई.ए.एस. अनीस अन्सारी, फ़ैजाने-ए-रज़ा सस्था के अध्यक्ष अब्दुल अज़ीज़ सिद्दीकी, उत्तर प्रदेश जिला मान्यता प्राप्त पत्रकार एसोसिएशन के अध्यक्ष अब्दुल वहीद तथा सचिव जु़बेर अहमद आदि गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे।