कानपुर: कानपुर के जाजमऊ इलाके में बुधवार को निर्माणाधीन छह मंजिला इमारत ढहने से 9 लोगों की मौत हो गई है। इस हादसे के बाद बुधवार को एनडीआरएफ की टीम ने मलबे से पांच शव निकाले थे। निर्माणाधीन इमारत गिरी है वह समाजवादी पार्टी के पूर्व अध्यक्ष महताब आलम की है। पुलिस ने सपा नेता महताब आलम और ठेकेदार के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। वहीं अभी भी 30 लोगों के मलबे के नीचे दबे होने की आशंका है।

जाजमऊ केडीए कॉलोनी से सटे गज्जूपुरवा में मेहताब आलम के लेदर गुड्स के कई कारखाने हैं। इसके साथ में ही एक और कारखाने का निर्माण कार्य चल रहा था। इस इमारत की पांच मंजिल का काम पूरा हो चुका था और छठी मंजिल पर स्लैब डालने का काम चल रहा था। इसी दौरान यह हादसा हुआ। निर्माणाधीन इमारत में करीब 80 मजदूर काम कर रहे थे। बुधवार दोपहर करीब एक बजे अचानक पूरी इमारत भरभराकर ढह गई और स्लैब की ढलाई में लगे मजदूर मलबे के नीचे दब गए।

हादसे की सूचना मिलने के बाद एसपी (पूर्वी) कई थानों की फोर्स के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और बचाव- राहत कार्य शुरू कर दिया। एसएसपी कुछ देर बाद दो जेसीबी मशीन के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और मलबा हटाने का काम शुरू हुआ, लेकिन जेसीबी से ज्यादा मदद नहीं मिली। कुछ देर बाद सेना के जवान और एनडीआरएफ की टीम ने घटनास्थल पर पहुंचकर राहत बचाव का काम संभाला।

सेना और एनडीआरएफ की टीम घटनास्थल पर रातभर राहत और बचाव कार्य में जुटी रही। वहीं देर रात एनडीआरएफ की डीआईजी भी कानपुर पहुंच गए और पूरे ऑपरेशन की मॉनिटरिंग की। एनडीआरएफ की टीम रात भर विक्टिम लोकेटर कैमरा और माइक से मलबे में दबे लोगों की तलाशी की। सुबह करीब 4 बजे के आजपास एनडीआरएफ की टीम ने एक बच्ची को सकुशल मलबे से बाहर निकाल लिया। फिलहाल अभी भी राहत और बचाव कार्य जारी है।