उत्कर्ष माइक्रो फायनेंस को भारतीय रिजर्व बैंक से स्माल फायनेंस बैंक (एसएफबी) परिचालित करने का लाइसेंस प्राप्त हो चुका है, वारणसी, पटना, दिल्ली एनासीआर और नागपुर में अपनी पांच शाखाओं के साथ ‘‘उत्कर्ष स्मॉल फायनेंस बैंक‘‘ लांच की।

बैंक को आशा है कि अगले कुछ महीनों के भीतर रणनीतिक स्थानों पर उसकी 100 शाखाओं का नेटवर्क बन जाएगा जिनका ध्यान जमाओं के साथ ही एमएसएमई एवं हाउसिंग फायनेंस पर केन्द्रित रहेगा।
उत्कर्ष एसबीएफ की अपने ग्राहकों के लिए जमा दरों की पेशकश अन्य बैंकों से 1-1.25 प्रतिशत अधिक रहेगी। यह बैंक अपनी सेवाओं का विस्तार करते हुए आवासीय ऋण, लघु, छोटे एवं मध्यम उपक्रमों को ऋण एवं बीमा उत्पाद भी उपलब्ध करवाएगा। पहले वर्ष में, उत्कर्ष ने 1,000 कमचारियों को नियुक्ति प्रदान की है और इसकी योजना अगले 12 महीनों के भीतर 1,000 अतिरिक्ति कर्मचारियों को नियुक्त करने की है, क्यों कि इस दौरान अन्य शाखाओं का परिचालन शुरू करना है।

इस विकास पर चर्चा करते हुए उत्कर्ष स्मॉल फायनेंस बैंक के प्रबन्ध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री गोविन्द सिंह ने कहा ‘‘ हमारे लिए यह गर्व का क्षण है कि हम अपने स्मॉल फायनेंस बैंक के महत्वपूर्ण मील के पत्थर को प्राप्त करने जा रहे हैं। उत्कर्ष एसबीएफ में हमारा लक्ष्य बैंकिंग सम्बन्धों पर केन्द्रित रहेगा, और हम अपने ग्राहकों को अतिरिक्त सेवाएं जैसे ऋण, फिक्स डिपॉजिट, बीमा और लॉकर्स काफी प्रतिस्पर्धी दरों पर उपलब्ध करवाएंगे। हम अपने बैंकिंग परिचालनों को पांच शाखाओं और 5 एटीएम्स के माध्यम से कर रहे हैं जो कि चार क्षेत्रीय कार्यालयों को कवर करेंगी। हमारी योजना 134 और नई शाखाएं एवं 150 एटीएम्स आने वाले 12 से 15 महीनों के भीतर शुरू करने की है। हमारी योजना अपने बैंकिंग परिचालन प्रमुख राज्यो बिहार और उत्तर प्रदेश के साथ ही मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र (विदर्भ क्षेत्र) में करने की है, झारखण्ड और छत्तीस गढ़ पर भी हमारा समानान्तर जोर रहेगा। वर्तमान में हमारे परिसम्पदा कारोबार की पहुंच 12 लाख क्लाइंट्स तक है। मार्च 2018 तक हमारी योजना अपनी देनदारी पुस्तकों में 23 लाख ग्राहक आधार बनाने की योजना है। उन्होंने अपनी बात जारी रखते हुए कहा कि उत्कर्ष की संस्कृति और प्रेरणा हमेशा ग्राहकों की आशाओं और महत्वाकांक्षओं का पूरा करने की रही है, इसलिए इसे एक सेवा बैंक के रूप में लाना हमार मुख्य केन्द्र बिन्दु रहेगा।