नई दिल्ली: देशभर के बैंक कर्चारियों ने अपनी परेशानियों के लिए आवाज उठाते हुए एक बड़ी हड़ताल करने का फैसला किया है। इसके लिए बैंक स्टाफ और बैंक के बाकी कर्मचारियों ने सात फरवरी को एकत्रित होने के लिए कहा है। ये लोग नोटबंदी के दिनों में उन्हें हुई परेशानी के साथ-साथ बैंक का पैसा लेकर गायब लोगों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। बैंकिग सेक्टर के कर्मचारियों ने फैसला किया है कि वे लोग दो फरवरी को रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के बाहर धरना करेंगे और उसके बाद सात फरवरी को बड़े पैमाने पर प्रदर्शन होगा।

ऑल इंडिया बैंक एम्पलॉयज एसोसिएशन के महासचिव सी एच वी वेंकेटचाल्म ने एक बयान भी जारी किया है। उसमें लिखा गया है, ‘सभी लोग नोटबंदी के दौरान बैंक कर्मचारियों, अधिकारियों और मैनेजर्स द्वारा किए गए काम की तारीफ कर रहे हैं कि हम लोगों ने हालात को काबू कर लिया। लेकिन हम लोगों द्वारा किए गए ओवरटाइम या काम को दिए गए ज्यादा घंटों के लिए उचित मुआवजा देने की अनिच्छा और झिझक साफ दिख रही है। हम लोगों ने ऐसा नहीं सोचा था।’

जानकारी मिली है कि होने वाले प्रदर्शन में ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन, बैंक एंम्लायज फेडरेशन ऑफ इंडिया इस प्रदर्शन और हड़ताल में शामिल होने वाले हैं। यूनियन्स का कहना है कि वे लोग नोटबंदी से हुई परेशानी के साथ-साथ बैंक के डिफॉल्टर्स पर कड़ा एक्शन लेने के लिए कह रहे हैं।

गौरतलब है कि मोदी सरकार ने 8 नवंबर को नोटबंदी का ऐलान किया था। इसके तहत 500 और 1000 रुपए के नोट बंद करने का ऐलान किया गया था। साथ ही 500 और 2000 के नए नोट आए थे।