इंस्टेंटखबर ब्यूरो

लखनऊ : बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती ने आज समाजवादी पार्टी, कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी तीनों पर जोरदार हमला बोला. उन्होंने लखनऊ में हुई प्रेस कॉन्फ्रेस में तीनों पार्टियों को निशाने पर लिया. मायावती ने कहा कि यूपी और केंद्र सरकार की नीतियों से जनता त्रस्त है. साथ ही कांग्रेस को असहाय करार देते हुए कहा कि उसे तो उम्मीदवार ही नहीं मिल रहे हैं. इस दौरान मायावती ने आरक्षण पर बयान को लेकर खास तौर पर आरएसएस और बीजेपी को निशाने पर लिया।

मायावती ने कहा कि आरक्षण दलितों का संवैधानिक हक है. इसे कोई सरकार, बीजेपी या आरएसएस रोक नहीं सकती. अगर सरकार इसे लेकर संसद में कोई कानून लाती है तो बीजेपी-कांग्रेस हमेशा के लिए राजनीति से साफ हो जाएगी. मेरी जनता से अपील है कि बीजेपी और आरएसएस को आने वाले चुनाव में सबक सिखाए.

मायावती ने कहा कि यूपी में अगर बीजेपी की सरकार बनी तो ये लोग आरक्षण खत्म कर देंगे. हम आरक्षण बचाने के लिए जान की बाजी तक लगाने को तैयार हैं. आरक्षण खत्म करना बीजेपी और आरएसएस का दिन का ख्वाब है. बीजेपी-आरएसएस के लोगों को आरक्षण खत्म करने की बंदरघुड़की देकर इसे बंद करने की बात खत्म करनी चाहिए. यूपी के 5 राज्यों में विधानसभा में हो रहे चुनावों में बिहार की तरह हराकर इसकी सज़ा दें ताकि कोई और पार्टी ऐसी बेहूदा बातें न कर सके.

मायावती ने समाजवादी पार्टी को निशाने पर लेते हुए कहा कि सपा परिवार में सोचा-समझा नाटक हुआ. बेटे के मोह में मुलायम नाटक कर रहे हैं. बेटे की नाकामी छुपाने के लिए मुलायम ने शिवपाल को बलि का बकरा बना दिया. लेिकन सपा की सत्ता में वापसी नामुमकिन है. यूपी को जंगलराज से मुक्त कराना है.
कांग्रेस पर हमला बोलते हुए बीएसपी प्रमुख ने कहा कि कांग्रेस का असली चेहरा सामने आ गया है, सपा के आगे कांग्रेस भी नतमस्तक हो गई है. कांग्रेस को तो उम्मीदवार भी नहीं मिल रहे. यूपी में कांग्रेस का दिवालियापन सामने आया है.

केंद्र-राज्य सरकार पर बरसते हुए मायावती ने कहा कि केंद्र और राज्य की नीतियों से जनता नाराज है. वर्तमान सरकार से जनता त्रस्त है. जनता मोदी सरकार की नीतियों से परेशानी भुगत रही है, नोटबंदी इसका उदाहरण है. अपराध रोकने में अखिलेश सरकार नाकाम रही है. यूपी में दागी चेहरे लोगों को पसंद नहीं है. लोगों को बीएसपी को वोट देना चाहिए, बीएसपी का वोट आधार बहुत मजबूत है. -सपा को वोट देकर अपना वोट बर्बाद न करें. केंद्र सरकार किसान विरोधी है. बीएसपी को रोकने की साजिश रची जा रही है.अल्पसंख्यकों को बीएसपी को वोट देना चाहिए, वे वोट बर्बाद ना करें.